इस्लामाबाद : पाकिस्तान के सूचना मंत्री आरिफ निजामी ने आज कहा कि राजनीतिक दलों को तालिबान और अन्य आतंकवादी संगठनों से मिल रही धमकियां पाकिस्तान के ऐतिहासिक आम चुनाव में बाधा पहुंचाने के ‘बहुत सुनियोजित अभियान’ का हिस्सा हैं.
निजामी ने विदेशी मीडिया के सदस्यों के साथ बातचीत में कहा, ‘‘यह धमकी बनी रहती है और यह नई नहीं है. यह चुनावों में गड़बड़ी का बहुत सुनियोजित अभियान है.’’ उन्होंने कहा कि आतंकवादियों से स्पष्ट खतरा है, जो उम्मीदवारों की हत्या करके मतदाताओं को डराना चाहते हैं. बीते कुछ दिनों में प्रतिबंधित तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान और अन्य आतंकवादी संगठनों ने पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में चुनाव प्रचार कार्यालयों और चुनावी जनसभाओं को लक्ष्य बनाया है.
ज्यादातर हमले कराची, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुए हैं. निजामी ने कहा कि कार्यवाहक सरकार उम्मीदवारों को सुरक्षा मुहैया कराने और आतंकवादियों की योजनाएं ध्वस्त करने के लिए सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही हैं. उन्होंने पाकिस्तानी तालिबान के प्रवक्ता एहसानुल्लाह एहसान की कुछ खास पंथनिरपेक्ष दलों को निशाना बनाने संबंधी चेतावनी के संदर्भ में कहा कि प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि उम्मीदवारों को ‘पर्याप्त सुरक्षा’ दी जाए. उन्होंने कहा कि तमाम विरोध के बावजूद चुनाव समय पर होंगे.