कालिम्पोंग. हिल्स भोजपुरी विकाश संगठन द्वारा पहाड़िया माइनॉरिटी बोर्ड के भोजपुरी कार्यकारी विनोद प्रसाद ने उनके उपर लगाए गए भष्टाचार के आरोपों का खंडन करते हुए संगठन के अध्यक्ष दिलीप शाह को उनपर लगे आरोप को साबित करने के लिये एक सप्ताह की मोहलत दी. श्री प्रसाद ने कहा कि पद नहीं मिलने से बौखलाये […]
कालिम्पोंग. हिल्स भोजपुरी विकाश संगठन द्वारा पहाड़िया माइनॉरिटी बोर्ड के भोजपुरी कार्यकारी विनोद प्रसाद ने उनके उपर लगाए गए भष्टाचार के आरोपों का खंडन करते हुए संगठन के अध्यक्ष दिलीप शाह को उनपर लगे आरोप को साबित करने के लिये एक सप्ताह की मोहलत दी. श्री प्रसाद ने कहा कि पद नहीं मिलने से बौखलाये दिलीप शाह उनके पीछे हाथ धोकर पड़ गये हैं.
उन्होंने कहा कि यदि दिलीप शाह अपने आरोपों को साबित नहीं कर सके, तो उन्हें अखबार के जरिये माफी मांगनी होगी, अन्यथा वे उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे.
अपने ऊपर लगे आरोपों के बाबत विनोद प्रसाद ने कहा कि पहाड़ में चले 105 दिनों के बंद के कुछ ही दिन पहले लाभार्थियों के घर बनाने के लिए सामान आये थे, लेकिन बंदी के चलते काम नहीं हो सका जिसके कारण सीमेंट ख़राब हो गया. इसको लेकर पहाड़िया माइनॉरिटी बोर्ड के अध्यक्ष को सूचित कर दिया गया था. इसी घटना को तोड़मरोड़ कर दिलीप शाह ने भ्रम फैलाने का काम किया है.