रूसा के डिप्टी स्टेट प्रोजेक्ट डाइरेक्टर का पत्र मिलने के बाद पांच सदस्यों की जांच कमेटी मालदा के जिलाधिकारी कौशिक भट्टाचार्य ने बनायी है. इस जांच कमेटी में विश्वविद्यालय के निर्माण कमेटी के भी एक सदस्य को रखे जाने पर जांच की निष्पक्षता को लेकर सवाल उठने लगे हैं. उल्लेखनीय है कि रूसा से कई चरणों में करीब 15 करोड़ रुपये का अनुदान गौड़ बंग विश्वविद्यालय को मिला है.
भाजपा नेताओं ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि इस राशि को नियमों को ताक पर रखकर खर्च किया गया. यह राशि के खर्च की भी भाजपा ने जांच की मांग की है. भाजपा के अलावा विभिन्न हलकों से राशि में हेराफेरी को लेकर कई शिकायतें मिलने के बाद राज्य सरकार हरकत में आयी. राज्य उच्च शिक्षा संसद के तत्वावधान में तीन सदस्यों की जांच कमेटी गठित हुई. जांच पूरी होने के बावजूद इसकी रिपोर्ट प्रकाशित नहीं हुई. इसबीच जांच रिपोर्ट प्रकाशित करने की मांग पर गौड़ बंग विश्वविद्यालय परिसर में पोस्टर भी लगाये गये. दूसरी ओर रूसा के अनुदान में करोड़ों रुपयों की हेराफेरी को लेकर अलग से शिकायत मिली है.
स्वाभाविक रूप से उन्हें जांच कमेटी में रखे जाने को लेकर संबंधित विभाग ने सवाल उठाया है. प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक जांच कमेटी जल्द ही इस भारी वित्तीय अनियमितता की शिकायत की जांच शुरू करेगी. माना जा रहा है कि इन दोनों जांच के घेरे में विश्वविद्यालय के कई अधिकारी व कर्मी आ सकते हैं.