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टीवी के जरिये प्राथमिक शिक्षकों को लेना है प्रशिक्षण

जलपाईगुड़ी. केंद्र सरकार के डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन का टीवी के माध्यम से प्रशिक्षण लेने में अप्रशिक्षित शिक्षक-शिक्षिकाओं को भाषाई समस्या होगी. यह मानना है जिला प्राथमिक विद्यालय संसद के चेयरमैन धरती मोहन राय का. अप्रशिक्षित शिक्षक-शिक्षिकाओं को समस्या कम हो, इसके लिए शनिवार को पश्चिम बंगाल तृणमूल प्राथमिक शिक्षक समिति के जिला कार्यालय में […]

जलपाईगुड़ी. केंद्र सरकार के डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन का टीवी के माध्यम से प्रशिक्षण लेने में अप्रशिक्षित शिक्षक-शिक्षिकाओं को भाषाई समस्या होगी. यह मानना है जिला प्राथमिक विद्यालय संसद के चेयरमैन धरती मोहन राय का. अप्रशिक्षित शिक्षक-शिक्षिकाओं को समस्या कम हो, इसके लिए शनिवार को पश्चिम बंगाल तृणमूल प्राथमिक शिक्षक समिति के जिला कार्यालय में डमी प्रशिक्षण शुरू हुआ. धरती मोहन राय ने बताया कि यह प्रशिक्षण अब प्रत्येक रविवार को जलपाईगुड़ी शहर के कदमतला में समिति के कार्यालय में होगा.

सरकारी सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार से सहायता प्राप्त प्राथमिक और अपर प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अप्रशिक्षित शिक्षक-शिक्षिकाओं को डिश टीवी के जरिये केंद्र सरकार उक्त प्रशिक्षण देगी. राज्य के मदरसों, शिशु शिक्षा केंद्रों, माध्यमिक शिक्षा केंद्रों और प्राइवेट स्कूलों के अप्रशिक्षित शिक्षक-शिक्षिकाओं को केंद्रीय मानव संसाधन विभाग प्रशिक्षण देगा. एक सरकारी निर्देश के मुताबिक, डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन के प्रशिक्षण के लिए सभी आवेदनकर्ता शिक्षक-शिक्षिकाओं को डिश टीवी का सेटअप बॉक्स खरीदने के लिए कहा गया है. शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अपना नाम सीधे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है.
जलपाईगुड़ी जिले में फिलहाल 1083 अप्रशिक्षित प्राथमिक शिक्षक हैं. इसके अलावा प्राइवेट प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों की संख्या जिले में 339 है. प्राइवेट स्कूलों के बहुत से शिक्षक-शिक्षिकाओं ने प्राथमिक स्कूल शिक्षा निरीक्षक के कार्यालय में नाम नहीं लिखाया है. इन 339 प्राइवेट स्कूलों में करीब 1700 शिक्षक-शिक्षिकाओं को पहले प्रशिक्षण लेना होगा. इनमें से अधिकतर अप्रशिक्षित हैं.

राज्य एवं केन्द्र सरकार के एक निर्देश पत्र से जानकारी मिली है कि डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन का प्रशिक्षण लेने के लिए प्रत्येक शिक्षक को कोर्स फीस के रूप में साढ़े चार हजार रुपये देने होंगे. इसके अलावा 1500 रुपये का डिश टीवी का सेटअप बॉक्स खरीदना होगा. यह पूरा प्रशिक्षण ‘स्वयंप्रभा’ चैनल के जरिये दिया जायेगा. ऑनलाइन माध्यम से कोर्स की फीस जमा करनी होगी. अधिक से अधिक दो साल के अंदर यह प्रशिक्षण पूरा करना होगा.

शिक्षा विभाग के सूत्रों ने बताया कि यह प्रशिक्षण लेना बाध्यकारी है. जो प्रशिक्षण नहीं लेंगे, उनके बारे में केन्द्र सरकार से बाद में कोई निर्देश राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग को भेजा जायेगा. धरती मोहन राय ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम केन्द्रीय रूप से तैयार किया गया है. इसे समझने में जिले के बांग्लाभाषी शिक्षक-शिक्षिकाओं को समस्या होगी. ऊपर से यह प्रशिक्षण लेना बाध्यकारी है. शिक्षकों की सहूलियत के लिए इस शनिवार को छुट्टी होने के कारण डमी प्रशिक्षण दिया गया. आगे से प्रत्येक रविवार को यह प्रशिक्षण होगा. समिति के जिलाध्यक्ष निर्मल सरकार ने बताया कि सभी लोग टीवी के माध्यम से प्रशिक्षण लेने के अभ्यस्त नहीं हैं. इसीलिए पहले टीवी चलाकर डमी प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है, ताकि समस्या न हो.

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