बांकुड़ा : बांकुड़ा के नूतनगंज स्थित धर्मशाला अपनी 100वीं वर्षगांठ पर शताब्दी समारोह मनाने जा रहा है. शताब्दी सामारोह का आयोजन विभिन्न सामाजिक कार्यो एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मध्य मनाया जायेगा.बांकुड़ा धर्मशाला के इतिहास की बात की जाए तो देखा गया है कि धर्मशाला का निर्माण वर्ष 1919 में हुआ था. धर्मशाला का निर्माण स्वर्गीय हरिकिशन दासजी राठी ने किया था एवं निर्माण कार्य में स्वर्गीय नारमलजी बाजोरिया ने भरपूर सहयोग दिया था. काफी वर्षों के बाद कुछ निर्माण कार्य स्वर्गीय मोहनलाल गोयनका द्वारा भी कराया गया.
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बांकुड़ा धर्मशाला का शताब्दी समारोह, तैयारी शुरू
बांकुड़ा : बांकुड़ा के नूतनगंज स्थित धर्मशाला अपनी 100वीं वर्षगांठ पर शताब्दी समारोह मनाने जा रहा है. शताब्दी सामारोह का आयोजन विभिन्न सामाजिक कार्यो एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मध्य मनाया जायेगा.बांकुड़ा धर्मशाला के इतिहास की बात की जाए तो देखा गया है कि धर्मशाला का निर्माण वर्ष 1919 में हुआ था. धर्मशाला का निर्माण स्वर्गीय […]
धर्मशाला के प्रमुख द्वार पर एक गूढ़ वाणी बांग्ला भाषा में अंकित है जिसका भावार्थ है कि परदेशी तुम इस संसार मे आये हो, कुछ भला काम दूसरों के हित में कर जाओ. वर्तमान समय में धर्मशाला की देखरेख ट्रस्ट के माध्यम से की जाती है.
ट्रस्ट के सदस्यों के अनुसार बाद में धर्मशाला का संप्रसार भी किया गया. वर्ष 1973 में धर्मशाला के पीछे की साढ़े अठारह कट्ठा जमीन खरीदी गई जिसपर वर्ष 2003 में राधाभवन का निर्माण कार्य सम्पूर्ण हुआ.
प्राथमिक निर्माण कार्य के तहत नीचे तल्ले का निर्माण स्वर्गीय कैलाश बाजोरिया के परिवार की दान राशि से हुआ. इस समय धर्मशाला को सुचारू रूप से चालू करने के उद्देश्य से ट्रस्ट के अंतर्गत धर्मशाला को लाया गया. जिसके प्रथम अध्यक्ष स्वर्गीय फकीरचंद धानुका थे. इसी दौरान प्रथम ट्रस्ट बोर्ड के सदस्यों तथा बजरंगलालजी शर्मा के सहयोग से हॉल घर का निर्माण कराया गया.
आज अपनी सेवा देने के माध्यम से बांकुड़ा धर्मशाला का नाम देश के कोने-कोने तक छा गया है. बांकुड़ा धर्मशाला आज भी अपनी परंपरा एवं रीति रिवाजों को बनाये रखा है. शादी-विवाह का समारोह हो या सामाजिक व राजनैतिक कार्यक्रम, हर कार्यक्रम का आयोजन धर्मशाला में शांतिपूर्ण रूप से किया जाता है.
आज धर्मशाला अपना शताब्दी सामारोह आयोजन करने जा रहा है. आगामी शनिवार एवं रविवार को विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे. शनिवार को सुबह कंबल वितरण से लेकर दोपहर को पदयात्रा निकाली जाएगी. रविवार को रक्तदान शिविर एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र होगा.
इस धर्मशाला ट्रस्ट के अध्यक्ष बिष्णु प्रसाद बाजोरिया, सचिव चेतन दास राठी, सह सचिव रविशंकर सुरेका, कोषाध्यक्ष किशोर बाजोरिया तथा सदस्यों में सत्यनारायण जालान, मोहनलाल राठी, कमल बाजोरिया, विमल धानुका, ओमप्रकाश डालमिया तथा रमेश मुरारका हैं.
धर्मशाला ट्रस्ट के सदस्यों के अनुसार शताब्दी समारोह के आयोजन में सभी का सहयोग प्राप्त हो रहा है. श्याम परिवार से लेकर श्री श्याम महोत्सव सेवा समिति, अखिल भारतीय मारवाड़ी सम्मेलन,बाँकुड़ा शाखा, मारवाड़ी युवा मंच तथा ब्राह्मण समाज के अलावा अन्य विभिन्न संगठनों के सदस्यों द्वारा कार्यक्रम को सफल तथा यादगार बनाने के लिए सहयोग प्रदान किया जा रहा है. बांकुड़ा धर्मशाला के बाहर एवं भीतर वैद्युतिक सजावट आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
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