दुर्गापुर : लंबे इंतजार के बाद सब्जियां कुछ सस्ती हुई हैं. शिल्पांचल के बाजारों में आलू, प्याज, फूलगोभी, मटर और टमाटर की नई फसल आने के साथ ही इसके भाव में गिरावट हुई है. मगर चिकन का भाव अब आसमान छूने लगा है. फुटकर बाजार में चिकन इन दिनों 120 रुपये किलो तक जा पहुंचा है. इसका कारण है मुर्गों के थोक भाव में वृद्धि. मंडियों में इन दिनों मुर्गे का थोक भाव 47 रुपये किलो तक जा पहुंचा है. मंडी सूत्रों के अनुसार मुर्गे का भाव बढ़ने के कारण ही चिकन के भाव बढ़े हैं.
मुर्गे के भाव बढ़ने का कारण वह इसकी आवक में कमी बताते हैं. कुछ दिनों पहले तक मुर्गे का थोक रेट 40 रुपये से कम था तो बाजार में चिकन भी 100 रुपए किलो तक मिल जाया करता था. मंडी के मुर्गा व्यापारी कहते हैं कि सर्दियों में मुर्गे की आवक कम हो जाती है जबकि इसकी मांग बढ़ जाती है. इस कारण इसके भाव तेज हो जाते हैं. इसी कारण अंडा भी महंगा हो गया है.
बाजार में इस बार अंडा 5 रुपए पीस हो गया है. बेनाचिति के चिकेन विक्रेता आयूब खान, मकसूद आलम ने बताया कि बढ़ते ठण्ड के तथा नव वर्ष के मद्देनजर चिकन की मांग में काफी वृद्धि हो गई है. आवक कम होने के कारण इसकी कीमत में इजाफा हो रहा है. बाजार में पूरा चिकन 120 रुपया किलो तथा कटा हुआ चिकेन 170 रुपया किलो तक बिक रहा है. उसके बावजूद भी बाजारों में चिकेन प्रेमियों द्वारा जम कर चिकेन की खरीदारी की जा रही. बताया जाता है कि पिकनिक का मौसम होने के कारण 25 दिसंबर से लेकर 10 जनवरी तक चिकेन की मांग में तेजी रहेगी.