सिलीगुड़ी: दहेज के लोभियों पर नकेल कसने की शासन-प्रशासन की लाख कोशिशें नाकाम साबित हो रही है. दहेज प्रथा पर रोकथाम लगाने और लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों के मारफत सरकार प्रत्येक वर्ष लाखों रूपये पानी की तरह बहाती है, लेकिन सब बेकार साबित हो रहा है. सिलीगुड़ी में और एक बेटी को दहेज की बलि चढ़ाये जाने का मामला प्रकाश में आया है. यह दर्दनाक वारदात सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस अंतर्गत बागडोगरा थाना क्षेत्र के गोसाईंपुर इलाके में हुआ है.
यह खबर फैलते ही गोसाईंपुर के लोगों में काफी आक्रोश है. दहेज के लिए बेटी को मार देने का एक मामला मायकेवालों ने बागडोगरा थाना में दहेज के लोभी पति और सुसरालवालों के विरूद्ध दर्ज करायी है. मृतका मांपी घोष की मां रेणु राय का आरोप है कि शादी के बाद से ही दामाद ध्रुव घोष और उसके मां-बाप व बहन बार-बार बेटी को दबाव देते रहते थे.
इतना ही नहीं दहेज न देने पर उसकी बेटी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते रहते थे. शादी में जो दहेज मांगा वह कर्ज करके चुकाया. शादी के बाद भी बाइक, नगद रूपये बेटी के सुसरालवालों को दिये. इसके बाद भी उनका लोभ कम नहीं हुआ. आखिरकार दहेज के लोभियों ने उनकी बेटी की जान ले ली. पुलिस ने मृतका के शव का पोस्टमार्टम आज उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में कराकर परिजनों को सौंप दिया. पुलिस का कहना है कि घटना के बाद से ही मृतका के सुसरालवाले सभी आरोपी फरार हैं. जल्द सबकों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.