नयी दिल्ली/कोलकाता: विदेश मंत्रलय ने सारधा चिटफंड घोटाले के सिलसिले में चल रही जांच का ब्योरा सीबीआइ से मांगा है. मंत्रलय ने यह ब्योरा उस वक्त मांगा है जब ऐसी खबरें आयीं कि घोटाले का धन आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कथित तौर पर बांग्लादेश भेजा गया.
शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि सीबीआइ से इस बाबत रिपोर्ट देने को कहा गया है कि क्या उसकी जांच के दौरान ऐसा कोई मामला सामने आया है कि घोटाले का धन आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कथित तौर पर बांग्लादेश भेजा गया. बहरहाल, सीबीआइ सूत्रों ने साफ किया कि उन्हें अब तक ऐसी किसी घटना के बारे में पता नहीं चला है, जिसमें जमात-ए-इसलामी सहित किसी भी आतंकवादी संगठन को धन मुहैया कराया गया हो.
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि मामले की जांच अभी जारी है और फिलहाल एजेंसी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है. सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्रलय ने भारत के साथ-साथ बांग्लादेश में भी इस बाबत प्रकाशित हो रही खबरों के कारण इस मामले में दिलचस्पी ली होगी. एक अधिकारी ने कहा : हमें इस अंतरराष्ट्रीय तार के बारे में नहीं पता है. हमारी जांच में अब तक ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है. हमने अब तक इस पहलू की जांच नहीं की है. हम इसके बारे में विदेश मंत्रलय को बतायेंगे. सूत्रों ने कहा कि उन्हें धन के लेन-देन के बाबत कुछ सुराग मिले हैं जिसके आधार पर एजेंसी कार्रवाई कर रही है लेकिन निवेश एवं धन भेजे जाने के मामलों की विस्तृत जांच की जा रही है.
सारधा मामले में व्यापारी सज्जन अग्रवाल से पूछताछ
कोलकाता. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) की विशेष अपराध शाखा ने सारधा चिटफंड घोटाले के सिलसिले में सज्जन अग्रवाल नाम के व्यापारी से बुधवार को पूछताछ की. सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि सज्जन को इस बाबत पूछताछ के लिए तलब किया गया था कि कहीं वह भी उस साजिश का हिस्सा तो नहीं है जिसकी जांच केंद्रीय एजेंसी कर रही है. सारधा घोटाले की जांच के सिलसिले में सीबीआइ सज्जन के बेटे संधीर अग्रवाल को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. संधीर अभी जेल में है.
पेंटिग्स बिक्री को लेकर सीएम से जवाब मांग सकती है सीबीआइ
कोलकाता. सारधा चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआइ ने अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पेंटिंग्स बिक्री को लेकर जांच शुरू कीहै. इस संबंध में सीबीआइ मुख्यमंत्री से जवाब तलब कर सकती है. सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस के करीबी माने जाने वाले चित्रकार शुभ प्रसन्ना से केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने इस संबंध में पूछताछ की थी, लेकिन उन्होंने कोई सटीक जवाब नहीं दिया. आरोप है कि सुश्री बनर्जी की बनायी एक पेंटिग एक करोड़ 80 लाख रुपये में बिकी थी. वह पेंटिंग किसे बेची गयी थी, इस संबंध में सीबीआइ जांच कर रही है.