चक्रधरपुर.
चक्रधरपुर के पोटका में कृषि और मजदूरी करने वाले लोग रहते हैं. पोटका को नगर परिषद में शामिल कर दिया गया है. नगर परिषद में शामिल करने के बाद लोगों को कृषि से संबंधित योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है. नगर परिषद परिसीमन को बढ़ाते हुए केवल टैक्स वसूली का काम कर रही है. ग्रामीणों ने कहा कि कई वर्षों से पोटका को नगर परिषद से हटाकर पंचायत में शामिल करने की मांग की जा रही है. अभी तक कोई पहल नहीं की जा रही है. इससे इस क्षेत्र में निवास करने वाले 3000 से अधिक आबादी परेशान है. ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र को नगर परिषद में शामिल करने के बाद यहां के किसानों को किसी प्रकार का लाभ नहीं मिलता. विकास के नाम पर सरकार यहां के लोगों के साथ केवल छलावा कर रही है. स्थानीय लोगों ने पोटका को पंचायत में शामिल करने के लिए मुख्यमंत्री को भी पत्र सौंपा है.ग्रामीणों की मुख्य मांगें
प्राथमिक विद्यालय पोटका को मध्य विद्यालय का दर्जा मिले, विद्यार्थियों के अनुपात में शिक्षकों की बहाली हो, अटल क्लिनिक को फिर से शुरू किया जाये, नालियों की साफ-सफाई की जाये, पोटका शिव मंदिर से ठठेरी साईं तक सड़क का निर्माण हो, महतो साईं चौक से बासा साई तक सड़क निर्माण, प्राथमिक विद्यालय पोटका में चहारदीवारी का निर्माण, स्कूल में जलमीनार की व्यवस्था हो, सामुदायिक शौचालय का निर्माण हो, स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत हो, पोटका शिव मंदिर के पास हाइमास्क लाइट लगाया जाये, पोटका तालाब का सौंदर्यीकरण जल्द किया जाये. किसानों को ना नगर परिषद से लाभ मिलता है, ना ही प्रखंड से. इससे किसान केवल साल में धान की खेती कर पाते हैं. क्षेत्र में सिंचाई की व्यवस्था की जाये. गरीबों को पीएम आवास का लाभ मिले. ग्रामीणों ने व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है.
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