चक्रधरपुर. चक्रधरपुर प्रखंड की सिमिदीरी पंचायत में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. पंचायत की प्रमुख सड़कें जर्जर अवस्था में हैं. 2023-24 में मध्य विद्यालय को उच्च विद्यालय का दर्जा दिया गया, लेकिन सुविधाएं नदारद हैं. कहा कि पंचायत की दो प्रमुख सड़क बाइपीड चौक से बनालता गांव तक पांच व श्यामरायडीह चौक से गोदामढीपा होते हुए फूलकाली तक 7.5 किलोमीटर सड़क पिछले कई वर्षों से जर्जर अवस्था में है. इन दोनों सड़कों से रोजाना दर्जनों गांव के हजारों की संख्या में लोग आवाजाही करते हैं. दोनों सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं. खासकर बरसात में सड़कों के गड्ढों में पानी भर जाता है. वैसी स्थिति में बाइक चलाने वालों के लिए दिक्कतें और बढ़ जाती हैं. रात में आये दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. इस वजह से गांव वालों ने रात के अंधेरे में आना-जाना बंद कर दिया है. दोनों महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण यथाशीघ्र किया जाए.
उवि में अपग्रेड होने के बाद भी सुविधाएं नदारद
वहीं 2023-24 में मध्य विद्यालय को उच्च विद्यालय में अपग्रेड किया गया. लेकिन सुविधाएं नदारद हैं. विद्यालय में क्लास रूम, शौचालय, चहारदीवारी, साइकिल स्टैंड, विषयवार शिक्षकों की व्यवस्था की जाए.
छह माह से 5000 लीटर क्षमता वाली जलमीनार खराब
बनालता हरि मंदिर के समीप 5000 लीटर क्षमता वाली जलमीनार पिछले 6 माह से खराब है. संबंधित विभाग को पत्राचार करने के बावजूद भी जलमीनार की मरम्मत नहीं हो सकी. आदिवासी टोला में जल संकट को देखते हुए सोलर जलमीनार लगाने, भुवनेश्वर मुंडा के घर से स्कूल होते हुए केदार सिजुई के घर तक 1600 फीट पीसीसी सड़क जर्जर है. हरि मंदिर से प्रधान टोला तक 700 फीट पीसीसी सड़क का निर्माण किया जाए.
जर्जर सड़क के कारण मेहमान भी गांव आने से कतराते हैं
बाइपीड चौक से बनालता मार्ग में जगह-जगह पर गड्ढे बन गये हैं. वहीं बनालता सड़क में एक जगह कल्वर्ट भी टूट गया है. ग्रामीणों का कहना है कि बनालता गांव शहर से दूर है. सड़क की खराब स्थिति के कारण लोगों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जर्जर सड़क होने के कारण मेहमान भी गांव आने से कतराते हैं. कई बार तो खराब सड़क की वजह से शादियों के लिए रिश्ते भी नहीं आ रहे हैं. गांव तक पहुंचने में न सिर्फ दूरी की परेशानी होती है, बल्कि खराब सड़क से मेहमान नाराज भी हो जाते हैं. सड़क इतनी जर्जर है कि लोग चारपहिया वाहनों से भी हिचकते हुए आते हैं, जिससे कई बार उनकी तबीयत बिगड़ जाती है. वहीं, मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में भी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
ग्रामीणों के बोल
श्यामरायडीह चौक से गोदामढीपा होते हुए फूलकाली तक साढ़े सात किलोमीटर और बाइपीड चौक से बनालता गांव तक 5 किलोमीटर सड़क का निर्माण ग्रामीणों के हित में अति आवश्यक है. सड़क निर्माण को लेकर जनप्रतिनिधि और प्रशासन के अधिकारी रुचि नहीं दिखा रहे हैं. इन दोनों सड़कों से रोजाना दर्जनों गांव के हजारों ग्रामीण आवाजाही करते हैं. सड़क के साथ-साथ विभिन्न गांव में जो समस्या भी है, उसे प्रशासन यथाशीघ्र दूर करे.
— जयकुमार सिंहदेव, पूर्व पंचायत समिति सदस्य
सड़क के साथ-साथ पानी की काफी समस्या है. बनालता गांव के हरि मंदिर के समीप लगे सोलर जलमीनार पिछले 6 माह से खराब है. इतना ही नहीं आदिवासी टोला में भी पानी की घोर समस्या है. खराब पड़ी सोलर जलमीनार की मरम्मत और आदिवासी टोला में चापाकल लगाया जाए.
— भावोग्राही प्रधान, ग्रामीण
बनालता सड़क निर्माण को लेकर कई बार विभाग को पत्राचार किया गया. लेकिन सड़क की समस्या समाधान नहीं हुई. इस कारण गांव में रिश्तेदारों का आना भी कम हो गया है. समय रहते हुए प्रशासन सड़क की मरम्मत कराएं.
— महेश प्रधान, ग्रामीण
मध्य विद्यालय को उच्च विद्यालय का दर्जा मिलना खुशी की बात है. बच्चों को पंचायत में ही उच्च शिक्षा मिलेगी. लेकिन उच्च विद्यालय में विषयवार शिक्षक उपलब्ध करायी जाए.
— राजकुमार सिंहदेव, ग्रामीण
पंचायत की दो महत्वपूर्ण सड़कें जर्जर अवस्था में है. दोनों सड़कें ग्रामीणों के लिए लाइफ लाइन मानी जाती है. वर्षों से सड़क निर्माण की मांग ग्रामीण कर रहे हैं. प्रशासन समस्या को दूर करे.
— चितरंजन प्रधान, ग्रामीणB
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