सिमडेगा. भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी सिमडेगा इकाई ने पाकरटांड़ प्रखंड की आसनबेड़ा पंचायत के सारूबेड़ा गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया. उदघाटन उपायुक्त अजय कुमार, उपविकास आयुक्त संदीप कुमार दोराईबुरु, बीडीओ व मुखिया रेखा रोहिणी तिग्गा ने संयुक्त रूप से किया. शिविर में आये चिकित्सकों ने ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच कर दवा उपलब्ध करायी. मौके पर ग्रामीणों ने डीसी को बताया कि गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र ले जाने में परेशानी होती है, क्योंकि गांव में एंबुलेंस सेवा उपलब्ध नहीं है. उपायुक्त ने ग्रामीणों को समस्याओं का शीघ्र समाधान करने का आश्वासन दिया. उन्होंने पंचायत व मनरेगा के तहत योजनाओं को सारूबेड़ा गांव में लागू करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया. इसके अलावा ग्रामीणों ने लमकीटाड़ गांव की समस्याएं साझा की, जहां 22 घरों के लोग रहते हैं और यह गांव भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. गांव के पास बहने वाली कांसजोर नदी में पुलिया नहीं होने से बरसात के मौसम में गांव के प्रखंड और पंचायत से संपर्क टूट जाता है. बच्चे स्कूल नहीं जा पाते और ग्रामीणों को अस्थायी लकड़ी की पुलिया से आवागमन करना पड़ता है. उपायुक्त ने निरीक्षण कर जल्द पुलिया निर्माण के लिए स्पेशल डिवीजन की टीम भेजने का आश्वासन दिया. उपायुक्त ने ग्रामीणों को स्वास्थ्य व शिक्षा के प्रति सजग रहने की अपील की. कहा कि स्वस्थ रह और बेहतर शिक्षा प्राप्त कर देश, समाज व गांव के विकास में योगदान दे सकते हैं. उन्होंने ग्रामीणों को राशन कार्ड व आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया. बताया कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पांच लाख रुपये तक का इलाज निःशुल्क संभव है. वहीं राज्य सरकार की मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत 15 लाख रुपये तक की चिकित्सा सुविधा दी जा रही है. उपायुक्त ने सरकारी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को दी और भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन सभी योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है. मौके पर ग्रामीणों ने आवास योजना, मंईयां सम्मान योजना, राशन कार्ड निर्माण, पेंशन आदि से संबंधित आवेदन उपायुक्त को सौंपे. उपायुक्त ने बीडीओ को सभी समस्याओं का शीघ्र निराकरण करने का निर्देश दिया. शिविर में रेडक्रॉस सोसाइटी के महासचिव मोहन सिंह, अवर सचिव नरेश अग्रवाल, शिव चंद्र अग्रवाल, फिदेलिस लकड़ा, ईश्वर साहू, प्रेम प्रकाश गीरी, गिरधारी प्रसाद उपस्थित थे. चिकित्सा टीम में डॉ सुषमा प्रभा टोप्पो, डॉ हेमंत कुमार, डॉ आसिफ इकबाल और नेत्र सहायक मोहम्मद दानिश गोहर शामिल थे.
योजनाओं में फर्जी निकासी की जांच करने के दिया निर्देश
शिविर के बाद उपायुक्त ने स्थानीय विद्यालय के रसोई घर व आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया. सेविका ने केंद्र व शौचालय की मरम्मत कराने की मांग करी. उपायुक्त ने आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिलाया. मनरेगा के तहत बागवानी योजना का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण में पाया गया कि योजना में मस्टर रोल तो निकाला गया है, लेकिन वहां मजदूर कार्यरत नहीं पाये गये. उन्होंने इस पर नाराजगी जताते हुए मस्टर रोल को शून्य घोषित करने और योजनाओं में फर्जी निकासी की जांच करने के निर्देश दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है