ठेठइटांगर (सिमडेगा) : ठेठइटांगर में लगातार चार दिनों तक मां अंबे की पूजा अर्चना के बाद शुक्रवार को नम आंखों से मां अंबे की प्रतिमा को विसर्जित किया गया. विसर्जन शोभा यात्रा में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था व श्रद्धा के साथ भाग लिया. विसर्जन शोभा यात्रा में शामिल महिला-पुरुष भक्ति गीतों के धुन पर झूम रहे थे.
साथ ही शेरावाली मां, ज्योता वाली मां कर देनी मोर उद्धार आदि गीतों पर थिरक रहे थे. शोभा यात्रा में शामिल श्रद्धालु दुर्गा माता की जय, गणेश महाराज की जय सहित अन्य देवी देवताओं के जयकार लगा रहे थे. युवक-युवतियां अलग-अलग ग्रुप बना कर भक्ति गीतों पर थिरक रहे थे. विसर्जन शोभा यात्रा की शुरुआत ठेठइटांगर चौक स्थित दुर्गा पूजा पंडाल से की गयी. मां अंबे की प्रतिमा को ट्रक पर रख कर शोभा यात्रा में शामिल लोग आगे बढ़े.
भट्ठीटोली होते हुए लोग जोराम तक गये. यहां वापस ब्लॉक कॉलोनी, बेलाटोली होते हुए प्रखंड तालाब पहुंचे. यहां पर विधि विधान के साथ मां अंबे की प्रतिमा को विसर्जित किया गया. शोभा यात्रा में ठेठइटांगर के अलावा जोराम, अलसंगा, रिपोटोली, राइबहार,खिजुरटांड़, बसारटोली, बरटोली के अलावा अन्य गांव के लोगों ने भी भाग लिया.
शोभा यात्रा को सफल बनाने में दुर्गा पूजा समिति के प्रसन्न कुमार सिन्हा, पप्पु साह, रिंटु सिन्हा, नरेंद्र बड़ाइक, पवन केसरी, शैलेस कुमार,पिंटु कुमार,राजेंद्र बड़ाइक, बंशी प्रसाद, देवसागर ठाकुर, विकास ठाकुर, मिथलेश पांडेय, अरविंद , हेमंत सिंह, आदित्य प्रसाद, मनोज , शैलेंद्र कुमार, वीरेंद्र बड़ाइक आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. विधि व्यवस्था बनाये रखने में पुलिस पदाधिकारियों व पुलिस कर्मियों ने अहम भूमिका निभायी.