रांची : झारखंड पार्टी की मेनोन एक्का कोलेबिरा विधानसभा क्षेत्र में जोर-शोर से चुनाव प्रचार कर रही हैं. वह ‘फलों की टोकड़ी’ लेकर लोगों से मत मांगने निकली हैं. एनोस एक्का को पारा शिक्षक की हत्या के मामले में हुई सजा के बाद उनकी पत्नी मेनोन कोलेबिरा उपचुनाव में उनकी सीट बचाने के लिए लड़ रही हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का समर्थन तो उन्हें मिल गया है, लेकिन बाकी भाजपा विरोधी दल कांग्रेस प्रत्याशी नमन बिक्सल कोंगारी के साथ हैं.
एनोस एक्का के गढ़ में मेनोन के खिलाफ चार प्रत्याशी मैदान में हैं. इसमें भाजपा के बसंत सोरेंग और नमन बिक्सल कोंगारी के अलावा राष्ट्रीय सेंगेल पार्टी के अनिल कंडुलना और बसंत डुंगडुंग शामिल हैं.
सिमडेगा जिला के कोलेबिरा विधानसभा उपचुनाव में राष्ट्रीय पार्टी के दो प्रत्याशियों (कांग्रेस एवं भाजपा) के अलावा दो प्रत्याशी पंजीकृत राजनीतिक पार्टी से हैं. ये पार्टियां न राज्यस्तरीय हैं, न राष्ट्रीय, लेकिन राजनीतिक पार्टी के रूप में पंजीकृत हैं.
निर्दलीय प्रत्याशी बसंत डुंगडुंग का चुनाव चिह्न ‘हॉकी और बॉल’ है, तो मेनोन एक्का को ‘फलों से भरी टोकरी’ मिली है. राष्ट्रीय सेंगेल पार्टी के अनिल कंडुलना का चुनाव चिह्न ‘खेत जोतता किसान’ है.
सभी प्रत्याशी सिमडेगा जिला से ही हैं. निर्दलीय चुनाव लड़ रहे बसंत डुंगडुंग कोलेबिरा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं, तो झारखंड पार्टी की मेनोन एक्का पाकड़टांड़ इलाके से आती हैं. राष्ट्रीय सेंगेल पार्टी के अनिल कंडुलना ठेठईटांगड़ से हैं, तो कांग्रेस के नमन बिक्सल कोंगारी खूंटीटोली और भाजपा के बसंत सोरेंग सिमडेगा से हैं.