साहिबगंज : मंडरो प्रखंड के बड़ा गडरा गांव में नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप के बाद युवकों ने पीड़िता को धमकाया था. पीड़िता ने पुलिस को दिये फर्द बयान में इस बात का जिक्र किया है. युवकों ने कहा था कि यदि इस बात की जानकारी किसी को दी तो जान से मार देंगे. साथ ही पुरुष मित्र को भी मारने की धमकी दी.
इसके पूर्व आरोपितों ने लड़की के पुरुष मित्र के साथ भी मारपीट की. ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था नहीं : साहिबगंज साहिबगंज शहर में पिंक पेट्रोलिंग तो की जाती है, लेकिन स्कूलों, कॉलेजों व छात्रावास में सुरक्षा व्यवस्था नहीं है. जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिलाओं के लिए कोई भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं है. जिससे काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
क्या कहते हैं सांसद
घटना निंदनीय है. भाजपा की सरकार हर मोर्चे पर विफल है. आदिवासी समाज बराबर शोषण के शिकार हो रहा है. अगर जल्द सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो झामुमो आंदोलन करेगा.
विजय हांसदा, सांसद
आदिवासी युवतियों के साथ आये दिन घटनाएं हो रही हैं. इसका मुकाबला सबको मिल कर करना है. अगर आरोपित पकड़े गये तो आंदोलन होगा.
प्रधान किस्कू, उपाध्यक्ष, अन्सलेरो
संताल परगना में गैंगरेप की बड़ी घटनाएं
2006 में गोड्डा के बवना में 16 वर्ष की एक किशोरी के साथ छह लोगों ने गैंगरेप किया था.
2008 में ललमटिया में तीन नाबालिग छात्राओं के साथ आठ युवकों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था.
15 जुलाई 2013 को पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा थाना क्षेत्र के लबदा घाटी मिशन स्कूल की चार नाबालिग छात्राओं के साथ भी गैंगरेप हुआ था. दर्जन भर से अधिक युवक जंगल में उठा ले गए थे और उन्हें अपनी हवस का शिकार बनाया था.
उसी वर्ष दो सप्ताह के बाद 31 जुलाई 2013 को गैंगरेप की दूसरी घटना पाकुड़ के मालपहाड़ी इलाके में हुई थी, एक युवती को चार युवकों ने अपनी हवस का शिकार बनाया था.
इसी तरह 17 दिसंबर 2015 को पाकुड़ जिले के हिरणपुर थाना क्षेत्र तोड़ाई के समीप सोलागड़िया पुल के पास एक छात्रा के साथ आधा दर्जन युवकों ने दुष्कर्म किया था.
दुमका में छह सितंबर 2017 को अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ घूमने निकली एक आदिवासी युवती को उसके ब्वॉयफ्रेंड के सामने ही गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया.