Ranchi News: राजधानी रांची के कांके रोड में ब्राउन शुगर का कारोबार फैलता जा रहा है. पुलिस की तमाम कोशिशों के बाद भी नशे के व्यापारी युवाओं को अपना शिकार बना रहे हैं. जानकारी के अनुसार, कांके रोड के गांधीनगर इलाके के पीछे स्थित धावा नगर में खुलेआम नशे का अवैध व्यापार चल रहा है. यहां स्थित सामुदायिक भवन नशे के कारोबारियों का अड्डा बन चुका है. यहां दिन-रात नशेड़ियों का जमावड़ा लगा रहता है. इस जगह स्कूल-कॉलेज के बच्चे भी नशा करते दिख जाते हैं. धीरे-धीरे नशे का यह कारोबार सुखदेवनगर थाना, चुटिया, चडरी, गुदड़ी और मोरहाबादी सहित कई इलाकों तक फैल गया है.
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पुलिस की निष्क्रियता बनी चिंता का विषय
मामले के संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद नशे के कारोबारियों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया जाता है. धावानगर के लोगों ने उपायुक्त, डीआइजी सह एसएसपी, सिटी एसपी से भी कई बार लिखित शिकायत की है. लेकिन नशे का धंधा अब भी चल रहा है. शिकायतों के बाद जांच की जिम्मेदारी गोंदा थाना को दी जाती है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, गोंदा थाना पुलिस को पूरे मामले की जानकारी है. पुलिस गश्ती दल और टाइगर मोबाईल के जवान वहां आते तो है, लेकिन कोई सख्त कार्रवाई नहीं होती.
महिलाओं की बढ़ी मुश्किलें
इधर, नशे का केंद्र बन चुके सामुदायिक भवन में पहले आयुष्मान भारत योजना के तहत अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और आंगनबाड़ी केंद्र संचालित होते थे. लेकिन अब यहां महिलाओं का आना-जाना लगभग बंद हो गया है. हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि महिलायें शाम को सामुदायिक भवन के पास स्थित मंदिर में भी जाने से परहेज करती हैं.
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स्थानीय लोगों ने दी आंदोलन की चेतावनी
मामले को लेकर धावा नगर के लोगों का कहना है कि पहले कांके रोड का ही एक युवक सामुदायिक भवन में नशे का कारोबार करता था. लेकिन अब बाहर से दो लड़के नशे का अवैध धंधा चलाते हैं. इनके ग्राहक स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्रायें हैं. बार-बार मामले की जानकारी देने के बावजूद भी पुलिस प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. यहां आने के बाद पुलिस केवल खानापूर्ति कर वापस चली जाती है. अगर प्रशासन नशे के व्यापार को बंद करने के लिये कोई ठोस कदम नहीं उठाती है, तो स्थानीय लोग आंदोलन करने के लिये बाध्य हो जायेंगे.
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