रांची : उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप द्वारा राजधानी में फ्लैट और होटल में निवेश की जांच पुलिस करेगी. जांच के दौरान लेवी के रुपये से संपत्ति अर्जित करने और भविष्य में इसका इस्तेमाल उग्रवादी कार्य में स्थापित होने की बात सामने आने पर पुलिस संपत्ति जब्त करने के लिए प्रस्ताव तैयार कर सकती है. संपत्ति की जांच के लिए ईडी को भी अनुरोध किया जा सकता है. यह निर्णय सीनियर पुलिस अधिकारियों ने लिया है.
दिनेश गोप द्वारा निवेश की जानकारी अखिलेश गोप ने पूछताछ के दौरान पुलिस को दी थी. उसने बताया था कि दिनेश गोप संगठन के किसी उग्रवादी द्वारा वसूली गयी लेवी की रकम में 70 प्रतिशत हिस्सा रख लेता है. लेवी की बड़ी रकम के लिए वह लोगों को खुद फोन किया करता था. लेवी नहीं मिलने पर संगठन के लोग घटना को अंजाम देते हैं.
उसने बताया था कि जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के हेसाग मुसलिम टोला निवासी मुबारक खान सीधे रूप से दिनेश गोप से जुड़ा है. वह संगठन का पैसा दिनेश गोप से प्राप्त कर हेसाग में चार फ्लैट बनवाया है. पिस्का का बालकरण महतो दिनेश गोप से पैसा प्राप्त कर होटल का निर्माण किया है.
गोप की संपत्ति जब्त कर चुकी है खूंटी पुलिस : पूर्व में खूंटी पुलिस की टीम दिनेश गोप की संपत्ति की जांच कर कई स्थानों से उसकी संपत्ति जब्त कर चुकी है. जिसमें रांची में जमीन और फ्लैट के अलावा अन्य संपत्ति भी शामिल थे. वर्तमान में भी पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर दिनेश गोप की की संपत्ति की जांच चल रही है. संपत्ति की जांच कर जब्त करने के लिए प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश पुलिस मुख्यालय ने 10 जुलाई 19 जुलाई 2019 को दिया था.