रांची : मां दुर्गा की आराधना शुरू हो चुकी है. मां के पट खुलने से एक दिन पहले रांची के एक पूजा पंडाल में आग लग गयी. स्थानीय लोगों की मदद से जल्द ही आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन इसमें एक मिस्त्री को थोड़ी चोट आयी है. आग बुझाते समय उसका एक हाथ झुलस गया. लेकिन, गनीमत यह रही कि उसे ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा. डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे छोड़ दिया. घायल कारीगर का नाम सुब्रतो है, जो पश्चिम बंगाल के कंटाई से यहां पंडाल बनाने आया है.
मामला किशोरगंज का है. शनिवार की देर रात करीब 2:30 बजे प्रगति प्रतीक पूजा पंडाल में शॉर्ट सर्किट से आग लग गयी. पटुआ से बन रहा पंडाल देखते ही देखते आग की लपटों में घिर गया. स्थानीय लोगों ने अपनी जान पर खेलकर आग को महज 10 मिनट के अंदर बुझा दिया.
बताते हैं कि पंडाल में आग लगा देख मुहल्ले के लोग जमा हो गये. पंडाल का काम कर रहे मिस्त्री, वॉलेंटियर के अलावा आसपास के पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं और बच्चे भी आग बुझाने में जुट गये. सभी ने अपने घरों से पानी लाकर तुरंत आग पर काबू पा लिया. लोगों ने पंडाल में लगे पटुआ को खींचकर हटा दिया, जिससे आग पूरी तरह फैल नहीं पाया.
यदि आग पूरी तरह फैल जाता, तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. लेकिन, मां दुर्गा की कृपा रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया. मुनचुन राय ने बताया कि इतनी भयानक आग के बावजूद मां दुर्गा के पंडाल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. यह किसी चमत्कार से कम नहीं है.
उन्होंने बतााय कि पंडाल के बाहर के निर्माण को काफी नुकसान पहुंचा है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है. पूजा का उत्साह कतई कम नहीं होगा. उनके पास जो बीट बचे थे, उन्होंने दे दिया है. श्री राय ने पूजा समिति को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया है. उन्होंने कहा कि समय पर सब कुछ तैयार हो जायेगा. मां दुर्गा का पट भी कल (सोमवार) को ही खुलेगा.
आजसू नेता और दुर्गा पूजा समिति के जिला संयोजक मुनचुन राय ने कहा कि समय पर पंडाल का निर्माण पूरा करने के लिए जो भी करना होगा करेंगे. जिन पूजा पंडालों का काम पूरा हो चुका है, वहां के मजदूर यहां आकर यहां का निर्माण पूरा कर देंगे.