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रांची : बिजली संकट, बिजली बिन गुजरे तीन दिन

ब्रेक डाउन व मरम्मत के कारण राजधानी में भी गुल रही बिजली रांची : राजधानी में रविवार को तीसरे दिन भी लोग बिजली के लिए परेशान रहे. आइटीआइ सब स्टेशन के आइटीआइ फीडर से सुबह सवा पांच से लगभग आठ बजे तक ब्रेक डाउन रहा. वहीं 9.20 बजे से 11.40 बजे तक सर्वेश्वरी नगर, मुंडा […]

ब्रेक डाउन व मरम्मत के कारण राजधानी में भी गुल रही बिजली
रांची : राजधानी में रविवार को तीसरे दिन भी लोग बिजली के लिए परेशान रहे. आइटीआइ सब स्टेशन के आइटीआइ फीडर से सुबह सवा पांच से लगभग आठ बजे तक ब्रेक डाउन रहा. वहीं 9.20 बजे से 11.40 बजे तक सर्वेश्वरी नगर, मुंडा टोली में तार की मरम्मत किये जाने के कारण बिजली बंद थी. दिन के एक से शाम साढ़े चार बजे तक ललित नारायण मिथिला कॉलोनी में डिस्क इंश्यूलेटर पंक्चर हो जाने के कारण बिजली बंद हो गयी थी. इस कारण इटकी रोड, कटहल मोड़ सहित अन्य संबंधित इलाके में लोगों को बिजली नहीं मिली.
पिस्का मोड़ फीडर से 11 केवी लाइन पर कौवा के बैठ जाने के कारण दिन के 1.45 से 3.40 बजे तक बिजली बंद रही. इसके अलावा स्थानीय खराबी को दूर करने केलिए भी बिजली काटी गयी. इस कारण पिस्का मोड़ सहित अन्य संबंधित इलाके में उपभोक्ताओं को बिजली नहीं मिली.
बैंक अॉफ इंडिया फीडर से सुबह 5.10 से 8.20 बजे तक अर्थ फॉल्ट पर ट्रिप करने के कारण बिजली बंद थी. वहीं काजू बागान इलाके में ट्रांसफार्मर में आयी खराबी के कारण भी कई बार बिजली काटी गयी.रातू रोड के इंद्रपुरी सहित अन्य संबंधित इलाके में भी घंटों बिजली नहीं मिली. रातू सब स्टेशन के रातू फीडर से भी बाधित बिजली मिली. कोकर ग्रामीण सब स्टेशन के ढेला टोली फीडर से बीती रात 3.45 बजे से बिजली गुल हो गयी थी.
रानी बागान इलाके में इंश्यूलेटर पंक्चर हो जाने के कारण बिजली गुल हो गयी थी. इस कारण दीपाटोली, चेशायर होम रोड, हजारीबाग रोड, अयोध्यापुरी सहित अन्य संबंधित इलाके में लोगों को बिजली नहीं मिली. विभाग के अधिकारी ने कहा कि दिन के एक बजे आपूर्ति सामान्य कर दी गयी.
कई इलाके में दिन के 11 बजे तक बिजली बहाल कर दी गयी थी. कोकर हैदर अली सहित अन्य संबंधित इलाके में भी बाधित बिजली मिली. एयरपोर्ट सब स्टेशन के पीएचइडी, हिनू सहित अन्य फीडर से बाधित बिजली मिली. कुसई सब स्टेशन के डोरंडा फीडर से स्थानीय खराबी को दूर करने के कारण बिजली काटी गयी. वहीं अनंतपुर व सचिवालय फीडर से कई बार बिजली काटी गयी.
रातू रोड
रातू रोड क्षेत्र में रविवार को दिन भर बिजली की आंखमिचौनी जारी रही. सुबह छह से 10 बजे तक क्षेत्र में बिजली नहीं थी. इस कारण लोगों की दिनचर्या खराब हो गयी. सबसे ज्यादा परेशानी पानी को लेकर हुई. बिजली नहीं होने की वजह से घरों में मोटर नहीं चले. हालांकि, रविवार होने की वजह से लोगों ने थोड़ी राहत महसूस की. यह स्थिति देर शाम तक जारी रही. बिजली विभाग के अधिकारी ने बताया कि लोकल फॉल्ट के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई़
आइटीआइ इलाका
आइटीआइ इलाके के लोगों को शनिवार शाम से रविवार दोपहर बाद तक बिजली की किल्लत झेलनी पड़ी. आइटीआइ बस स्टैंड के पीछे के इलाके में बिजली संकट सबसे ज्यादा रही. हालत यह थी कि लोगों के घरों का इनवर्टर तक जवाब दे गया.
रात अंधेरे में गुजारनी पड़ी. सुबह बिजली के अभाव में मोटर नहीं चला, जिससे लोगों को पानी संकट भी झेलना पड़ा. लोग दिन भर बिजली विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश करते रहे, लेकिन कोई फोन रिसीव नहीं कर रहा था. सहायक अभियंता व कार्यपालक अभियंता से लोगों ने शिकायत की. इसके बाद दोपहर में कुछ देर के लिए बिजली आयी, लेकिन फिर कट गयी.
दीपाटोली और न्यू नगर
दीपाटोली और न्यूनगर इलाके में शनिवार रात गुल हुई बिजली रविवार दोपहर तीन बजे के बाद बहाल हो पायी. बिजली नहीं होने के कारण लोग टंकियों में पानी भी नहीं भर पाये. पीने के लिए लोग पानी का जार मंगा रहे थे. सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को खाना बनाने में हुई. जब भी लोग बिजली विभाग के अधिकारियों को फोन करते, तो उनका नंबर व्यस्त मिलता. संपर्क होने पर अधिकारी कहते कि एक-दो घंटे में बिजली बहाल हो जायेगी. लेकिन, बिजली नहीं आयी. दोपहर एक बजे एक फेज में बिजली आयी. दूसरे फेज में दोपहर तीन बजे के बाद बिजली आयी.
बढ़ी डीजल की मांग
राज्य भर में दो दिनों से बिजली की खराब स्थिति की वजह से डीजल की मांग 15 प्रतिशत बढ़ गयी है. रांची एयरपोर्ट, सभी बड़े प्रतिष्ठान, लोक उपक्रम, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, बड़े अस्पतालों, मॉल, अपार्टमेंट, होटलों में डीजल की खपत अधिक हो गयी है. राजधानी रांची में 40 से अधिक पेट्रोल पंप हैं. अब सभी कंपनियां 12 हजार, 18 हजार और 20 हजार लीटर के टैंकर से संबंधित पंपों तक पेट्रोल और डीजल की खेप भेज रही हैं.
रांची के पेट्रोल पंपों में से 50 फीसदी से अधिक पंपों पर डीजल की बिक्री अधिक हो रही है. राजधानी के जगन्नाथपुर इलाके में 33 केवीए और 11 केवीए विद्युत ट्रांसमिशन लाइन में आयी तकनीकी खराबी से बिजली की स्थिति पूरी तरह चरमरा गयी है. पेट्रोल पंप मालिकों ने बताया कि एयरपोर्ट में प्रतिदिन 2000 लीटर डीजल भेजा जा रहा है.
10 के बजाय पांच मेगावाट मिल रही बिजली
लातेहार में पिछले एक सप्ताह से बिजली की स्थिति बदतर है. 15 से 19 जुलाई तक शहर में औसतन पांच से सात घंटे बिजली आपूर्ति की गयी. 20 जुलाई को पूरे दिन शहर में बिजली नहीं थी. शाम के सात बजे बिजली सेवा बहाल हुई. आधा घंटा बाद फिर से गुल हो गयी. इसके बाद रात 11 बजे बिजली आयी, लेकिन घंटे भर भी नहीं टिकी. 21 जुलाई को सुबह सात बजे बिजली सेवा बहाल हुई. हालांकि 21 जुलाई को बिजली अन्य दिनों की अपेक्षा ठीक रही. रात में भी बिजली आती-जाती रही.
22 जुलाई को भी बिजली की आपूर्ति कमोवेश ठीक रही. हालांकि जब-जब बारिश हुई, बिजली सेवा बाधित हो गयी. विद्युत कार्यपालक अभियंता ने बताया कि फुल लोड में लातेहार को 10 मेगावाट बिजली मिलती है, लेकिन अभी केवल पांच मेगावाट से ही काम चल रहा है. खपत से काफी कम बिजली मिलने की वजह से लोड शेडिंग चल रहा है.
कोडरमा
लो वोल्टेज की समस्या से परेशान हैं लोग
बिजली की आंखमिचौनी से जिले के लोग परेशान हैं. शनिवार की रात जिले के लोगों को 10 से 12 घंटे ही बिजली मिली. क्षेत्र के लोग लो वोल्टेज की समस्या से भी परेशान हैं.
हालांकि विद्युत विभाग के (सहायक अभियंता) एसडीओ विजय प्रसाद महतो ने दावा किया कि शहरी इलाके में पिछले 24 घंटे में लगभग 18 घंटे और ग्रामीण इलाके में लगभग 16 घंटे बिजली की आपूर्ति की गयी है. विभाग का कहना है कि समस्या दूर करने के लिए प्रयास हो रहा है. पूरे जिले के लिए अभी लगभग 40 एमबीए बिजली उपलब्ध करायी जाती है. इसमें लोड शेडिंग करके हर इलाके में विद्युत की आपूर्ति करायी जा रही है, जबकि जिले में 60 एमबीए विद्युत की आवश्यकता है.
गढ़वा
जिले के कई प्रखंडों में अब भी बिजली नहीं मिल पा रही है़ जिला मुख्यालय में पिछले 24 घंटे में 10 से 12 घंटे बिजली की आपूर्ति की गयी. रिहंद से तीन दिन पूर्व बिजली की आपूर्ति फेल होने के बाद अब तक उसमें पूरी तरह से सुधार नहीं हुआ है़
बताया जाता है कि पिछले तीन दिनों से रिहंद से 25 मेगावाट की जगह मात्र पांच मेगावाट बिजली मिलने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. शनिवार को दिन भर बिजली गुल रही. रात में बिजली आती-जाती रही. जिले के सुदूर प्रखंड केतार, खरौंधी, चिनिया, रमकंडा, धुरकी, डंडई, विशुनपुरा, रमना, भवनाथपुर आदि प्रखंडों में अब भी बिजली की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है़
मेदिनीनगर
विद्युत आपूर्ति में धीरे-धीरे हो रहा है सुधार
पिछले दो दिनों की तुलना में पलामू में बिजली की स्थिति में सुधार हुआ है. गुरुवार और शुक्रवार को बिजली की व्यवस्था काफी लचर थी. शहर से लेकर गांव तक में बिजली गुल रही थी. शनिवार से बिजली की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है. औसतन 12 से 14 घंटे बिजली मिल रही है.
बिजली विभाग ने बताया कि आपूर्ति सिस्टम में तकनीकी खराबी आने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित रही. पलामू को एक सप्ताह के अंदर नेशनल ग्रिड से जोड़ने का कार्य चल रहा है. आपूर्ति सिस्टम का काम पूरा हो गया है. निरीक्षण प्रतिवेदन आने के बाद पलामू को नेशनल ग्रिड से बिजली मिलनी शुरू हो जायेगी. कार्यपालक अभियंता एससी मिश्रा का कहना है कि बिजली की स्थिति में सुधार है.
लोहरदगा
जिले में बिजली व्यवस्था चरमरा गयी है. लोगों को पांच से छह घंटे ही बिजली मिल रही है. सबसे अधिक परेशानी विद्यार्थियों को हो रही है. बिजली नहीं रहने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. बिजली की बदतर स्थिति के कारण जिले में लघु एवं कुटीर उद्योग बंद होने के कगार पर पहुंच गये हैं.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बिजली की आपूर्ति 14-15 घंटे बतायी जाती है, लेकिन वास्तविकता यह है जिले में पांच से छह घंटे से ज्यादा बिजली नहीं रहती है. कभी पोल गाड़ने, तो कभी तार बदलने के नाम पर बिजली काट दी जाती है. लोड शेडिंग के नाम पर भी बिजली की सप्लाइ पूरे जिले में एक साथ नहीं की जाती है. इससे लोग परेशान हैं. ग्रामीण इलाकों में तो बिजली कई दिनों तक नहीं रहती. कनीय अभियंता ने बताया कि बिजली तार लगाने व पोल गाड़ने का काम चल रहा है. इस कारण बिजली काटी जाती है.
गुमला
शहर के आधे हिस्से में गुल रही बिजली
गुमला जिले में बिजली संकट गहरा गया है. रविवार को गुमला शहर के आधे हिस्से में दिन भर बिजली गुल रही. शहरी क्षेत्र के पालकोट फीडर में सुबह 10 से दिन के 2.30 बजे तक बिजली नहीं थी. वहीं टाउन फीडर में बिजली का आना-जाना लगा रहा. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में दिन भर बिजली गुल रही. रायडीह, चैनपुर, डुमरी व जारी प्रखंड में पांच से छह घंटे ही बिजली मिल पायी. कुल मिला कर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में आठ से 10 घंटे ही बिजली मिली. चेंबर ऑफ काॅमर्स के सचिव हिमांशु केशरी के अनुसार, बिजली नहीं रहने से शहरी क्षेत्र में दो से तीन लाख रुपये का व्यवसाय प्रभावित हुआ है.
शहरी क्षेत्र में 10 व ग्रामीण क्षेत्रों में आठ घंटे की जा रही है आपूर्ति
हजारीबाग
हजारीबाग जिले में पिछले 24 घंटे में शहरी क्षेत्र में आठ से 10 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में छह से आठ घंटे बिजली आपूर्ति हुई है. शहरी क्षेत्र में जुलू पार्क, कैथोलिक आश्रम में पेड़ गिरने से बिजली का तार और पोल टूट गया है.
एनएच 33 में निर्मल महतो पार्क के पास 33 हजार तार पर पेड़ गिर गया है. इसी तरह कई और स्थानों पर तार टूट गया है. इससे कई जगह पर इंसुलेटर पंक्चर हो गया है. इसे ठीक करने तक लगभग 10 घंटे बिजली कटी रही. शहरी क्षेत्रों के अलावा 16 प्रखंडों के कई सबस्टेशन में लाइन फॉल्ट काफी बढ़ा हुआ है. लोड शेडिंग, ग्रामीण क्षेत्रों में ब्रेकर ट्रिप व वीसीबी फॉल्ट केकारण विद्युत की स्थिति चरमरा गयी है. बरही सब स्टेशन में 35 केवीए के दो फीडरों में स्वचालित वीसीबी ब्रेकर नहीं
है. विष्णुगढ़ विद्युत सब स्टेशन में छोटे-छोटे फॉल्ट को ठीक करने के लिए कर्मचारी नहीं हैं.
इचाक पावर सब स्टेशन, चौपारण सब स्टेशन, कटकमसांडी सब स्टेशन का ब्रेकर खराब है. पदमा सब स्टेशन का कंट्रोल ब्रेकर, चार्जर व बैटरी खराब है. इससे बिजली आधारित उद्योग धंधे प्रभावित हो रहे हैं.
रामगढ़
गोला-रजरप्पा में आठ घंटे गुल रही बिजली
रामगढ़ जिले में (गोला-रजरप्पा को छोड़ कर) अन्य जिलों की अपेक्षा विद्युत आपूर्ति ठीक है. विगत 24 घंटे में रामगढ़ शहर समेत अन्य हिस्सों में लगभग 20 घंटे बिजली आपूर्ति हुई. हालांकि गोला-रजरप्पा क्षेत्र में कुछ अधिक विद्युत कटौती हो रही है. यहां लगभग आठ घंटे विद्युत कटौती की गयी. गोला प्रखंड क्षेत्र में बारिश के कारण मुरी फीडर में 12 घंटे विद्युत आपूर्ति बाधित हो गयी. इस कारण लोगों को दिक्कत हो रही है़
चतरा
जरूरत 55 मेगावाट की, पर मिल रही 25 मेगावाट बिजली
जिले में विद्युत आपूर्ति की स्थिति बदतर हो गयी है. शहर में 24 घंटे में मात्र आठ से 10 घंटे ही विद्युत आपूर्ति की जा रही है. बीते शनिवार की रात 10 बजे के बाद ही शहर के लोगों को नियमित रूप से बिजली मिल पायी. फॉल्ट दूर करने के नाम पर बिजली काटी जा रही है. विद्युत कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार मिश्रा ने कहा कि आवश्यकतानुसार बिजली नहीं मिल रही है. 55 मेगावाट की जगह 25 मेगावाट ही बिजली जिले को मिल रही है.
खूंटी
सुबह में चार घंटे बाधित रही बिजली आपूर्ति
शहरी क्षेत्र में ब्रेक डाउन होने के कारण रविवार की सुबह लगभग चार घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रही. खराबी को ठीक करने के बाद दोपहर में बिजली की आपूर्ति सामान्य हो गयी. बीच-बीच में मामूली खराबी के कारण शट डाउन लिया गया़ बावजूद इसके जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान बिजली आपूर्ति सामान्य रही. बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता केके पासवान ने बताया कि राज्य में सबसे अच्छी बिजली खूंटी को मिल रही है़

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