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अत्याचार: दिल्ली में महिला डॉक्टर ने झारखंड की बच्ची के हाथ जलाये, गर्म पानी फेंका

रांची/नयी दिल्ली : दिल्ली के पॉश इलाके मॉडल टाउन में एक महिला डॉक्टर के घर काम करनेवाली झारखंड की 14 वर्षीय बच्ची के साथ अमानवीय सलूक हैरान करनेवाला है. महिला डॉक्टर ने बच्ची के साथ इंसानियत की हदों को पार करते हुए इतना जुल्म किया गया कि वह चलने में सक्षम तक नहीं है. डर […]

रांची/नयी दिल्ली : दिल्ली के पॉश इलाके मॉडल टाउन में एक महिला डॉक्टर के घर काम करनेवाली झारखंड की 14 वर्षीय बच्ची के साथ अमानवीय सलूक हैरान करनेवाला है. महिला डॉक्टर ने बच्ची के साथ इंसानियत की हदों को पार करते हुए इतना जुल्म किया गया कि वह चलने में सक्षम तक नहीं है. डर के मारे कुछ बोल भी नहीं पा रही है. खूंटी के मुरहू स्थित जलासर गांव की इस बच्ची के हर अंग पर महिला डॉक्टर ने अमानवीय चोटें की हैं. उसके हाथ प्रेस से जलाये. उस पर उबलता पानी फेंका. उसके मुंह पर काटा, थूका और कैंची से आंख पर मारा. बच्ची को ठंड में न भोजन मिलता और न ही स्वेटर. इस नाबालिग पर हुए अत्याचार की सूचना जब दिल्ली महिला आयोग तक पहुंची, तो आयोग ने बिना विलंब किये दिल्ली पुलिस से संपर्क कर बच्ची को डॉक्टर के चंगुल से छुड़ाया.

अत्याचार बयां कर पाना मुश्किल : दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने प्रभात खबर से बातचीत में बताया : इस नाबालिग पर हुए अत्याचार को बयां कर पाना मुश्किल है. उसे प्रेस से जलाया गया, शरीर पर गर्म पानी फेंका गया. इस कड़ाके की ठंड में उसे बिना स्वेटर और बिस्तर के सोने के लिए मजबूर किया गया. बिना किसी गलती के उस पर इस कदर अमानवीय अत्याचार किया, वह भी एक महिला डॉक्टर ने, जिसके खुद दो बच्चे हैं. डॉक्टर के इस अमानवीय अत्याचार को देखा जाये, तो वह इंसान के रूप में शैतान है.

चार माह से काम कर रही थी : बच्ची करीब एक साल पहले काम की तलाश में दिल्ली आयी थी. शुरुआत में वह दूसरे घरों में घरेलू कामकाज करने लगी थी. लेकिन, चार महीने पहले वह दिल्ली के मॉडल टाउन में रहनेवाली एक महिला डॉक्टर के यहां काम करने लगी. तब उसने सपने में भी यह नहीं सोचा होगा कि एक डॉक्टर, जिसे भगवान का दर्जा हासिल है, उसके यहां उसे ऐसी शारीरिक और मानसिक यातना का सामना करना पड़ेगा, जिसे वह जीवन भर नहीं भूल पायेगी.

बाल गृह में रखा गया : स्वाति मालीवाल ने कहा : लड़की के माता-पिता के बारे में पता लगाया जा रहा है. उनसे संपर्क करने की कोशिश की जायेगी. बच्ची की हरसंभव मदद की जायेगी. फिलहाल लड़की को बाल कल्याण समिति के आदेश पर बाल गृह में रखा गया है.

कैसे हुआ खुलासा
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बताया, लड़की के हर अंग पर गंभीर चोट के निशान हैं. पिछले चार महीने से बच्ची जुल्म सहती रही. रात में उसके रोने की आवाज आती थी. किसी ने इसकी शिकायत महिला आयोग के हेल्पलाइन नंबर 181 पर की. पुलिस और महिला आयोग की टीम ने इस बच्ची को डॉक्टर के चंगुल से बचाया. स्वाति मालीवाल ने बताया कि महिला डॉक्टर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.

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