रांची : झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में पार्टी नेताओं ने सोमवार को राज्यपाल द्रौपदी मुरमू से मुलाकात की. इस दौरान श्री मरांडी ने राज्यपाल को जानकारी दी कि शाह ब्रदर्स और अन्य लौह अयस्क खनन पट्टाधारियों के पट्टे के नवीकरण में अनियमितता बरती गयी है. उन्होंने इस मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग.
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झाविमो नेताओं का कहना था शाह ब्रदर्श के मामले में नियम-कानून को ताक पर रख कर पट्टे का नवीकरण किया गया़ गैर कानूनी कार्यकलाप के कारण राज्य को हजारों करोड़ रुपये के राजस्व की क्षति हुई. सात पन्ने का ज्ञापन सौंपते हुए राज्यपाल को बताया गया कि शाह ब्रदर्स को पश्चिमी सिंहभूम के करमपदा रिजर्व फॉरेस्ट में 233. 99 हेक्टेयर क्षेत्र में लौह अयस्क के खनन के लिए पट्टा का आबंटन वर्ष 1972 में 30 वर्षों के लिए किया गया था. इसकी अवधि 2002 में समाप्त होनी थी, लेकिन 2015 तक शाह ब्रदर्स उत्खनन करते रहे.
झाविमो नेताओं ने बताया कि 605 करोड़ रुपये मूल्य का खनिज शाह ब्रदर्श ने निकाला़ इस राशि को उसे झारखंड सरकार को देना था़ ब्याज के साथ 1243 करोड़ रुपये का दावा झारखंड सरकार ने किया था़ झाविमो नेताओं ने बताया कि यह मामला उच्च न्यायालय में पहुंचा, तो सरकार का पक्ष सही तरीके से नहीं रखा गया़.
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