फोटो:28डालपीएच 10 प्रतिनिधि: मेदिनीनगर. शहर के पहाड़ी माेहल्ला के राहत नगर में अमीन रहबर के आवास पर नातिया मुशायरा हुआ. साहित्यिक संस्था अदबी संसार ने 42 वीं तरही नातिया मुशायरा का आयोजन किया. इसकी अध्यक्षता डॉ कुरैशी ने की. संचालन हाजी शमीम रिजवी व स्वागत एमजे अज़हर ने किया. सैय्यद मोहम्मद कलाम व अदबी संसार द्वारा डा कुरैशी, अतिथि शायर मंसूर रजवी व अमीन रहबर को अंग वस्त्र व माला देकर सम्मानित किया गया. कुरआन की तिलावत के साथ मुशायरा का आगाज हुआ. इस दौरान शायरों ने अपनी रचना प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी. शायर डॉ अतहर मोबीनुद्दीन कुरैशी ने हमेशा शाह ए उमम पर दरूद पढ़-पढ़ कर, समझ लो अपना मुकद्दर जगा लिया मैंने, मौलाना महताब आलम जियाई ने इंसानी जिंदगी में हैं जितने भी जाब्ते, उन सब में सबसे आला नबी का निजाम है, कारी जसीमुद्दीन शमीमी ने है यकीं नार ए दोजख में वो जाएगा, या नबी जिसने की दुश्मनी आपसे कलाम पेश किया. इसी तरह हाजी शमीम रिजवी ने होता नहीं ये कुछ भी न होते अगर नबी, तखलीक ए कायनात मोहम्मद के नाम है, डा मकबूल मंजर ने रास्ते पर सू ए मंजिल जब निकल, ले के नूर ए अहमदी तू साथ चल, अमीन रहबर ने नबी की याद में जो दिल बसा लिया मैंने, हर एक दर्द की समझो दवा लिया मैंने, एमजे अज़हर दिल में लिए हुजूर का जो एतराम है, उसके लिए बहिश्त में ऊंचा मुकाम है, डा अशरफ जमाल अश्क ने तैबा की खाक छू के महकने लगी हयात, जो नक्श ए पा नबी का जबीं से लगा लिया, कलाम पेश कर खूब वाहवाही लूटी. मुशायरा में हाफिज निगार आलम अता, इमरान शाद, अदनान काशिफ, मोहम्मद इस्तेखार, नौसाद अहमद खां, फारूक अहमद, अलाउद्दीन शाह चिराग, मोहम्मद हिसामुद्दीन, डा फरहत हुसैन खुशदिल, उजैर हमजापुरी, जकाउल्लाह सना चिश्ती, हसरत सफीपुरी, इरफान नवाज ने भी कलाम पेश किया. मौके पर नुदरत नवाज, मोहम्मद जलालुद्दीन अंसारी, कलाम आजाद, इकबाल अंसारी, रजीउल्लाह रजी, मोहम्मद जफर, चांद खां सहित कई लोग मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है