नेताओं ने कहा कि राजस्व कर्मचारी अपने कामकाज के तरीके में बदलाव नहीं लाकर आम लोगों को परेशान करने में जुटा रहता है. वहीं कस्तूरबा के संवेदक ने जान बूझ कर मुखिया पर केस किया है. बैठक में जिला प्रशासन से दोनों मुकदमा को वापस लेने की मांग की गयी. साथ ही मामले को लेकर तीन अक्तूबर को उपायुक्त से मिलने का निर्णय लिया गया.
निर्णय हुआ की अगर डीसी द्वारा संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गयी, तो आंदोलन किया जायेगा. मौके पर जिप सदस्य महादेव राम, विधायक प्रतिनिधि लक्ष्मण यादव, मुखिया संघ के अध्यक्ष महेंद्र यादव, श्यामदेव यादव, जिप सदस्य प्रतिनिधि अशोक सिंह, 20 सूत्री अध्यक्ष अज्जू सिंह, भाजपा प्रखंड अध्यक्ष द्वारिका प्रसाद राणा, अशोक सिंह कपूर, मुखिया लाल देव साव, धीरज कुमार, सुभाष देव पासवान, नवीन पांडेय, मनोज यादव मौजूद थे.