रेलवे के साथ तालमेल बनाने टीम हुई तैयार, दीपांशु उज्जैन का पदनाम बदला
जमशेदपुर. टाटा स्टील अब अपने कारखानों से माल भेजने के लिए रेलवे का ज्यादा इस्तेमाल करेगी. कंपनी ने सड़क की जगह अब रेलमार्ग से कच्चा और तैयार माल ढोने की योजना पर काम शुरू कर दिया है. इसके लिए टाटा स्टील ने लॉजिस्टिक सर्विस देने वाली कई कंपनियों के साथ समझौता किया है. अब 100 से ज्यादा मालगाड़ी के रैक अलग-अलग जगहों के लिए चलाए जा रहे हैं. कंपनी ने इन रैकों का बेहतर उपयोग करने और रेलवे के साथ तालमेल बनाने के लिए एक खास टीम भी बनायी है. इसी कड़ी में टाटा स्टील ने अपने एक बड़े अधिकारी दीपांशु उज्जैन का पद भी बदल दिया है. इसी क्रम में, टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (टीक्यूएम, जीएसपी और सप्लाई चेन) पीयूष गुप्ता के निर्देश पर कंपनी के हेड, लॉजिस्टिक व ग्रोथ इंफ्रास्ट्रक्चर, इएल-3 स्तर के अधिकारी दीपांशु उज्जैन का पदनाम बदला गया है.अब वे “हेड- लॉजिस्टिक, ग्रोथ इंफ्रास्ट्रक्चर और रेल एसेट्स ” बनाये गए हैं. वे जमशेदपुर में रहकर काम करेंगे और वे अब सीधे चीफ लॉजिस्टिक एंड इंफ्रास्ट्रक्चर तथा चीफ सेंट्रल रेल लॉजिस्टिक को रिपोर्ट करेंगे. टाटा स्टील की कोशिश है कि माल ढुलाई का ज्यादातर काम रेलवे के जरिए ही हो. इससे समय और लागत दोनों की बचत होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है