जमशेदपुर. झारखंड के श्रम, नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विभाग के मंत्री संजय प्रसाद यादव ने कहा कि राज्य से पलायन रोकने के लिए हेमंत सरकार बड़ा कदम उठा रही है. सरकार की सोच है कि किसी को बेरोजगार रहने नहीं देंगे. खासकर खाद्य पदार्थों का उत्पादन, पैकेजिंग, ब्रांडिंग करने का कार्य छोटे स्तर पर अधिक से अधिक संख्या में करें, ताकि हमारा झारखंड आत्मनिर्भर बन सके. राज्य में लघु उद्योग लगाने वालों को 10 लाख रुपये लोन में 35 फीसदी (3.50 लाख रुपये) सब्सिडी दी जा रही है. इससे राज्य में न केवल बेहतर माहौल बनेगा, बल्कि छोटे उद्यमी जल्द आत्मनिर्भर भी बनेंगे. श्रम मंत्री रविवार को बिष्टुपुर गोपाल मैदान में आयोजित दो दिवसीय कोल्हान प्रमंडलीय प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएमएफएमइ) महोत्सव 2024-25 का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे थे. महोत्सव में कोल्हान के 50 से अधिक वित्त पोषित इकाइयों ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी है. श्रम मंत्री ने कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए बैंकों के चक्कर न लगाएं. इसके लिए जिले के डीआरपी के द्वारा उनके आवेदन को भरने एवं बैंक में ऋण की स्वीकृति में सहायता प्रदान की जा रही है. वहीं, बैंकों से कहा कि वे आवेदनों की जांच में देर न करें और अच्छे आवेदनों को जल्द से जल्द स्वीकार कर भुगतान करें. इससे दूसरे लोगों में भी योजना के प्रति विश्वास पैदा होता है और ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना से जुड़ने के बारे में सोचेंगे. उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले दिनों में झारखंड में फूड प्रोसेसिंग उद्योग से और भी बहुत सारे लोग जुड़ेंगे और झारखंड की छवि न केवल भारी उद्योगों, बल्कि छोटे-छोटे खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के केंद्र के रूप में पूरे भारत वर्ष में जानी जायेगी. वहीं, झारखंड के उद्योग सचिव अरवा राजकमल ने कहा कि महोत्सव का उद्देश्य हर गांव की कम से कम एक दीदी को आगे बढ़ाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है. इसके लिए आवेदन करें. राज्य के उद्योग निदेशक सुशांत गौरव ने कहा कि आपके छोटे प्रयास को सरकार बड़ा सहयोग करेगी. इससे आप अपनी पहचान बना सकते हैं. इस अवसर पर श्रम मंत्री ने कोल्हान में पीएमएफएमइ में बेहतर करने वाले बैंकों व लोगों को सम्मानित भी किया.
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