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आप भी बन सकती हैं एलआईसी का बीमा एजेंट, हर महीने मिलेंगे 7,000 रुपये और मोटा कमीशन

LIC Bima Sakhi Yojana: एलआईसी बीमा सखी योजना ग्रामीण महिलाओं को बीमा एजेंट बनकर स्थिर आय, स्टाइपेंड और करियर का अवसर देती है. 18–70 वर्ष की महिलाएं 10वीं पास योग्यता के साथ ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं. तीन साल की ट्रेनिंग में हर महीने 7,000 रुपये तक स्टाइपेंड और बाद में मोटा कमीशन कमाने का मौका मिलता है. यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा जागरूकता बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम बनती है.

LIC Bima Sakhi Yojana: भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी हमेशा से देश के दूर-दराज इलाकों में बीमा की पहुंच बढ़ाने के लिए काम करती रही है. लेकिन, अब कंपनी ने एक ऐसा मॉडल शुरू किया है, जो सिर्फ बीमा नहीं, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण पर सीधा असर डालता है. 9 दिसंबर 2024 को लॉन्च की गई एलआईसी बीमा सखी योजना महिलाओं को प्रशिक्षित एजेंट बनाकर उन्हें स्थिर आय, स्टाइपेंड और करियर का अवसर देती है. यह योजना न सिर्फ महिलाओं को फाइनेंशियली मजबूत बनाती है, बल्कि गांवों में बीमा जागरूकता बढ़ाने का बड़ा माध्यम भी बनती है.

क्या है एलआईसी बीमा सखी योजना?

एलआईसी बीमा सखी योजना तीन साल की ट्रेनिंग पर आधारित है, जिसमें महिलाएं एलआईसी के बीमा उत्पादों, फाइनेंशियल प्लानिंग, पॉलिसी ऑपरेशन और ग्राहक सेवा जैसी जरूरी चीजों की ट्रेनिंग हासिल करती हैं. खास बात यह है कि इस ट्रेनिंग के दौरान महिलाओं को हर महीने स्टाइपेंड भी मिलता है, ताकि सीखते समय उन्हें किसी आर्थिक बोझ का सामना न करना पड़े. तीन साल की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद महिलाएं आधिकारिक तौर पर एलआईसी एजेंट बन सकती हैं, जिसे ‘बीमा सखी’ कहा जाता है. यह भूमिका न केवल सम्मानजनक है, बल्कि लचीली भी है. इसका कारण यह है कि महिलाएं अपने समय अनुसार काम कर सकती हैं और कमीशन के तौर पर अच्छी कमाई कर सकती हैं.

एलआईसी बीमा सखी योजना का मुख्य उद्देश्य

इस योजना का मूल लक्ष्य आने वाले समय में 1 लाख से अधिक महिलाओं को रोजगार देना है. एलआईसी का मकसद दो दिशाओं में काम करना है. पहला, ग्रामीण महिलाओं को रोज़गार और आय का स्थायी स्रोत उपलब्ध कराना और दूसरा गांवों में बीमा के महत्व और आवश्यकता के बारे में जागरूकता फैलाना है. इस योजना के जरिए महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनती हैं, बल्कि अपने समुदाय में दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनती हैं.

कौन-सी महिलाएं इस योजना में करेंगी काम

एलआईसी ने इस योजना की पात्रता को सरल और सीधा रखा है, ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण महिला इसका लाभ उठा सकें.

महिलाओं की योग्यता

  • महिला की उम्र 18 से 70 साल के बीच होनी चाहिए.
  • महिला कम से कम 10वीं पास हो.
  • ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं को पहली प्राथमिकता मिलेगी.

एलआईसी बीमा सखी योजना में कौन नहीं करेगा आवेदन

कुछ नियम ऐसे हैं, जो स्पष्ट रूप से बताता है कि किन महिलाओं को एलआईसी बीमा सखी योजना के तहत काम नहीं मिलेगा.

  • एलआईसी के मौजूदा एजेंट या कर्मचारियों की पत्नी, बेटी, बहन, माता-पिता, ससुराल पक्ष की करीबी महिलाएं
  • एलआईसी की पूर्व कर्मचारी या रिटायर्ड वर्कर्स
  • वह महिलाएं, जो पहले से एलआईसी एजेंट हों

योजना के तहत मिलने वाला स्टाइपेंड

एलआईसी बीमा सखी योजना इसलिए भी अनोखी है, क्योंकि ट्रेनिंग के दौरान भी महिलाओं को हर महीने निश्चित सम्मानजनक स्टाइपेंड दिया जाता है.

तीन साल की स्टाइपेंड स्ट्रक्चर

  • पहला साल: 7,000 रुपये प्रति माह
  • दूसरा साल: 6,000 रुपये प्रति माह (शर्त—पहले साल जारी की गई 65% पॉलिसी दूसरे साल भी एक्टिव रहें)
  • तीसरा साल: 5,000 रुपये प्रति माह (शर्त—दूसरे साल की 65% पॉलिसी तीसरे साल भी एक्टिव रहें)

यह स्टाइपेंड महिलाओं को सीखते समय आर्थिक सुरक्षा देता है और ट्रेनिंग को बीच में छोड़ने की संभावना कम करता है.

एलआईसी एजेंट बनने के बाद कैसे बढ़ती है कमाई

ट्रेनिंग पूरी होने के बाद महिलाएं आधिकारिक रूप से एलआईसी एजेंट बन जाती हैं. यहां से उनकी आय का दायरा काफी बढ़ जाता है. इसका कारण यह है कि हर पॉलिसी पर उन्हें मोटा कमीशन मिलता है. रिन्यूअल कमीशन कई सालों तक मिलता रहता है. काम के घंटे पूरी तरह लचीले होते हैं और अच्छा प्रदर्शन करने पर प्रमोशन और अतिरिक्त रिवॉर्ड मिलते हैं. कई ग्रामीण महिलाओं के लिए यह आय का इतना मजबूत स्रोत बन जाता है कि वे घर में ही एक छोटा ऑफिस चलाने लगती हैं और गांव की दूसरी महिलाओं को भी प्रेरित करती हैं.

एलआइसी बीमा सखी योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?

इस योजना का आवेदन ऑनलाइन ही किया जाता है, ताकि गांव की महिलाएं बिना किसी बिचौलिए या अतिरिक्त खर्च के सीधे रजिस्ट्रेशन कर सकें.

आवेदन की प्रक्रिया

  • एलआईसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
  • होमपेज पर नीचे स्क्रॉल करें और बीमा सखी विकल्प पर क्लिक करें.
  • अगले पेज पर अपना नाम, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, ईमेल, पता और अन्य डिटेल्स भरें.
  • अपना स्टेट और वह शहर चुनें, जहां आप काम करना चाहती हैं.
  • एलआईसी ब्रांच ऑफिस चुनें और लीड फॉर्म सबमिट कर दें
  • आवेदन सफल होने पर संबंधित ब्रांच आपसे संपर्क करती है और आगे की प्रक्रिया समझाती है.

जरूरी दस्तावेज

  • पता प्रमाण (सेल्फ अटेस्टेड)
  • उम्र प्रमाण
  • शैक्षणिक प्रमाणपत्र
  • आधार या कोई सरकारी आईडी

इन सभी दस्तावेजों की कॉपी ऑनलाइन अपलोड करनी होती है.

आवेदन की अंतिम तारीख

अच्छी बात यह है कि एलआईसी ने अभी तक इस योजना की अंतिम तारीख घोषित नहीं की है. इसका मतलब है कि योग्य महिलाएं किसी भी समय आवेदन कर सकती हैं.

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महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम

एलआईसी बीमा सखी योजना ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षण, स्टाइपेंड, लचीला कार्य-समय और दीर्घकालिक करियर का मौका देकर उन्हें सशक्त बनाती है. यह योजना सिर्फ एक रोजगार कार्यक्रम नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के कारण महिलाएं आसानी से रजिस्टर कर सकती हैं और अपने जीवन में नई शुरुआत कर सकती हैं.

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KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

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