जमशेदपुर : स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर सेहीमोफीलिया के मरीजों के इलाज के लिए एमजीएम व सदर अस्पताल में अलग-अलग केयर सेंटर खोले गये हैं. इन सेंटर में मरीजों को तत्काल फैक्टर 8 की दवा मिल जायेगी. दवा के लिए बाहर करीब 18 हजार रुपये खर्च होते हैं, जोकि एमजीएम व सदर अस्पताल में नि:शुल्क मिलेंगी.
गुरुवार को स्टेट एडवाइजरी एंड रिव्यू कमेटी फॉर हीमोफीलिया एंड हीमोग्लोबिनोपैथी के सदस्य प्रो संतोष कुमार जायसवाल एमजीएम पहुंचे और हीमोफिलिया के मरीजों की देखभाल के बारे में जानकारी प्राप्त की.
वहीं एमजीएम में इसके लिए शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ अजय राज को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है. सदर अस्पताल में इसकी देखरेख सिविल सर्जन खुद ही करते हैं. हीमोफीलिया रोग के दो तरह के मरीज होते हैं. इसमें एक फैक्टर आठ जबकि दूसरा फैक्टर नौ होता है. कोल्हान में फैक्टर आठ के 60 मरीज हैं. फैक्टर नौ का एक मरीज है.
अभी फैक्टर आठ की दवा दोनों ही अस्पतालों में मौजूद हैं. नि:शुल्क दवा देकर आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की जान बचाने का काम किया जा रहा है.