गिद्दी (हजारीबाग) : अरगडा महाप्रबंधक से वार्ता होने के बाद मासस ने शुक्रवार को आंदोलन वापस ले लिया. रैलीगढ़ा में मासस ने सभा की. इसकी अध्यक्षता सुंदरलाल बेदिया ने की. सभा में मासस के वरिष्ठ नेता मिथिलेश सिंह ने कहा कि वार्ता में अरगडा महाप्रबंधक व आउटसोर्सिंग कंपनी से मासस की सहमति बन गयी है. महाप्रबंधक ने आश्वासन दिया है कि समझौते के तहत आउटसोर्सिंग से उत्पादित 40 प्रतिशत कोयला रोड सेल में दिया जायेगा.
रैलीगढ़ा परियोजना व आउटसोर्सिंग कंपनी से रोड सेल के लिए 20 हजार मीट्रिक टन कोयले का ऑफर मुख्यालय भेजा गया है. डीओ आने पर समझौते के तहत लोकल सेल के लिए कोयला मिलेगा. उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी में कार्यरत कर्मियों को हाईपावर कमेटी के फैसले के तहत मानदेय मिलना चाहिए. नहीं मिलने पर कंपनी से वार्ता की जायेगी. उन्होंने कहा कि सीसीएल के कोयला क्षेत्रों में रोड सेल रोजगार का प्रमुख माध्यम है.
नरेंद्र मोदी का नारा सबका साथ, सबका विकास हवाला देते हुए सीसीएल प्रबंधन से रोड सेल में ज्यादा से ज्यादा कोयला देने की मांग की. सीसीएल मुख्यालय के समक्ष होगा प्रदर्शन : इस मुद्दे को लेकर सभी रोड सेल संचालन समिति के पदाधिकारियों के साथ जल्द ही बैठक की जायेगी और जरूरत पड़ेगी, तो सीसीएल मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि रैलीगढ़ा परियोजना विस्तार के लिए रैलीगढ़ा मुंडा पट्टी एमपीआइ से लोगों को हटाना प्रबंधन के लिए जरूरी हो गया है. सभा में मासस के देवचंद महतो, धनेश्वर तुरी, आरडी मांझी, शहीद अंसारी, अमृत राणा, कैलाश महतो, हीरालाल गंझू ने भी अपनी बातें रखी. सभा में कार्तिक मांझी, लोदो मुंडा, दशरथ करमाली, ललित महतो, जगमोहन महतो, निर्मल महतो, हरि प्रसाद, धनराज महतो, चरकू तुरी, हरखू बेदिया, शिवदयाल, सुखराम बेदिया, चेतन बेदिया, इस्लाम अंसारी, जैनुल अंसारी, जयराम, महावीर, उमेश बेदिया, रामू सिंह, धनू महतो, रामकिशुन मुर्मू, मनीष किस्कू, कालीदास मांझी, मंझला मांझी, अरविंद, अमीन, आजाद, श्रीराम, मेहीलाल, मोगल राम, चंद्रदेव राणा, देवंती, गौरी, आशा, मुनिया, कारी, झानो, बिरसी, मालो, कलावती, शांति उपस्थित थे.