पुलिस के रवैये से क्षुब्ध लोगों ने किया गोरहर थाना का घेराव. कहा- रक्षक ही बन गये भक्षक
बरकट्ठा : गोरहर थाना पुलिस की पिटाई से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना के विरोध एवं पिडि़त व्यक्ति के समर्थन में जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणों ने गोलबंद होते हुए गोरहर थाना का घेराव किया. जानकारी हो की सोमवार की रात्री शिलाडीह के ग्राम लगनवा निवासी जागेश्वर साव (55 वर्ष), पिता स्व. तिलक नायक को पुलिस ने काफी बेरहमी से पीटा, जिससे वो घायल हो गये. मारपीट करने का आरोप गोरहर थाना प्रभारी आनंदी सिंह पर लगाया गया है.
जागेश्वर साव अपने गांव में ही चाय समोसा की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है. पिडि़त व्यक्ति ने बताया कि सोमवार की शाम पांच बजे के करीब वह अपनी दुकान पर था, इसी बीच गोरहर थाना प्रभारी आनंदी सिंह पहुंचे. थाना प्रभारी दुकान पहुंचते ही कहने लगे की मैंने तुम्हें मिलने के लिए थाना बुलाया था तो क्यों नही आयें. यह कहते हुए उन्होंने दुकान में दारू बेचने का आरोप लगाते हुए होटल में रखें लोहे की रॉड से उसकी पिटाई कर दी.
पीडि़त ने बताया कि एक माह पूर्व पुलिस के द्वारा मेरे दुकान से पांच लीटर महुआ शराब बरामद किया था. जिसके बाद मैंने यह काम करना छोड़ दिया. बावजूद थाना प्रभारी के द्वारा मुझसे महिना देने के लिए दबाव बनाया जाने लगा और गुस्से में आकर उन्होंने मेरे साथ मारपीट की. घटना के विरोध में मंगलवार थाना घेराव में जिप सदस्य मीना देवी, प्रखंड मुखिया संघ अध्यक्ष वशंत साव, झाविमो केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य केदार साव, मुखिया नरेंद्र सिंह, बड़की देवी, पंसस लोकनाथ राणा, उपमुखिया सुरेश पांडेय, किशुन नायक, भाकपा माले प्रखंड अध्यक्ष शेर मोहम्मद, अर्जुन राणा, जागेश्वर साव, सुरेन्द्र राणा, चिंता देवी, सारो देवी, मसोमात रामेश्वरी, कार्तिक महतो, बिरेन्द्र साव, मनोज राणा समेत काफी संख्या में लोग शामिल हुए.
केदार साव ने कहा कि जनता का रक्षक ही जब भक्षक बन जायेंगे तो लोगों का कानून पर से विश्वास उठ जायेगा. वहीं इस बाबत थाना प्रभारी आनंदी सिंह से पूछे जाने पर बताया कि उनके विरुद्ध लगाया गया आरोप गलत है. थाना प्रभारी ने अपना बचाव करते हुए कहा कि जागेश्वर साव के दुकान से उन्होंने 40 लीटर महुआ शराब जप्त किया है. जनप्रतिनिधियों के कहने के बाद भी बरामदगी शराब को नही दिखाया गया. जागेश्वर के घायल होने के बाबत बताया कि वह पिटाई से घायल नहीं हुआ बल्कि उसके शरीर में चोट के निशान गिरने से हुई है.