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केरेडारी में मृदा जांच की समुचित व्यवस्था नहीं
केरेडारी : केरेडारी प्रखंड में कृषि विभाग द्वारा मृदा जांच की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है. अब तक हजारीबाग मृदा जांच प्रयोगशाला से ही केरेडारी के किसानों को मृदा जांच रिपोर्ट भेजी जाती रही है. आत्मा द्वारा मिट्टी जांच के लिए वर्ष-2017 में मृदा जांच हेतु लगभग पांच लाख रुपये की लागत से पांच मृदा […]
केरेडारी : केरेडारी प्रखंड में कृषि विभाग द्वारा मृदा जांच की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है. अब तक हजारीबाग मृदा जांच प्रयोगशाला से ही केरेडारी के किसानों को मृदा जांच रिपोर्ट भेजी जाती रही है. आत्मा द्वारा मिट्टी जांच के लिए वर्ष-2017 में मृदा जांच हेतु लगभग पांच लाख रुपये की लागत से पांच मृदा जांच मशीन स्लैब टेस्टिंग लैब व जांच में उपयोग होनेवाले सामग्री की खरीदारी कर केरेडारी मुख्यालय को उपलब्ध कराया गया.
केरेडारी,पचड़ा, मनातू, पेटो पंचायत में मृदा जांच मशीन लगानी है, लेकिन प्रशिक्षित संचालक नहीं होने के कारण मृदा जांच मशीन पंचायत को मुहैया करायी नहीं गयी है. इस संबंध में बीएओ अनाश अहमद ने कहा मशीन चलाने व मृदा जांच के लिए जल्द ही मशीन पंचायतों को सौंपी जायेगी, ताकि किसान आसानी से मिट्टी जांच कर खेती कर सकेंगे. केरेडारी प्रखंड में मृदा जांच प्रयोगशाला नहीं रहने से किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिला में मृदा जांच होने के सैकड़ों किसान बिना मृदा जांच कराये ही खेती करते थे. इस कारण फसल के अधिक उत्पादन बढ़ाने के लिए अधिक रासायनिक पदार्थों का प्रयोग किया करते थे. इस वर्ष मात्र 65 किसानों को मृदा जांच कर मृदा स्वास्थ्य पत्रक केरेडारी मुख्यालय को उपलब्ध कराया गया है.
किसानों को मृदा जांच किट का वितरण
इचाक. प्रखंड के पांच किसानों के बीच मिट्टी जांच किट का वितरण किया गया. हालांकि अब तक मिट्टी जांच की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है. एटीएम अमित मोहन ने बताया कि जून के प्रथम सप्ताह में ही किट का वितरण हुआ. फिलहाल मिट्टी का नमूना इकट्ठा किया जा रहा है. जांच का काम नहीं हो पाया है. कुछ किसानों को किट से मिट्टी जांच करने में परेशानी हो रही है, जिन्हें किट दिया गया है, उनमें हदारी गांव के रंजीत कुमार, डुमरौन के विक्रम कुमार, अलौंजा खुर्द के मनीष कुमार मेहता, डाढा के सीताराम मेहता एवं पोखरिया के रामदेव प्रसाद मेहता शामिल हैं.
किसानों को मिला मृदा जांच किट
विष्णुगढ़. प्रखंड के पांच गांवों के एक -एक किसान को एक-एक मृदा जांच किट उपलब्ध कराया गया है. गोविंदपुर, बेड़ा हरियारा, बनासो, जोबर, अचलजामु के ग्रामीण इससे लाभांवित हुए. इस आशय की जानकारी देते हुए आत्मा के तकनीकी प्रबंधक विजय कुमार ने बताया कि जांच किट के माध्यम से पूरे प्रखंड की मिट्टी की जांच की जायेगी. अब तक 400 स्थानों से मिट्टी का संग्रह किया जा चुका है. मॉनसून से पूर्व पूरे प्रखंड में मिट्टी का संग्रह कर जांच की जायेगी. उन्होंने बताया कि इस मिट्टी जांच की मान्यता तीन वर्ष के लिए होगी. इसके बाद पुनः मिट्टी का जांच की जायेगी. मृदा संग्रह कर जांच का उद्देश्य अधिक पैदावार करना है. साथ ही जैविक खाद पर विशेष जोर दिया जा रहा है.
अब प्रखंड में होगी मिट्टी जांच
कटकमसांडी. प्रखंड के किसान अब अपने खेतों की मिट्टी में उपस्थित पोषक तत्वों की जांच कर जानकारी हासिल कर सकेंगे. मिट्टी जांच होने के बाद मिट्टी संबंधी भ्रम दूर हो जायेगी. वे उसी के अनुसार फसल की बुआई व उर्वरकों का प्रयोग करेंगे. प्रखंड कृषि जागृति अभियान के दूसरे दिन प्रखंड मुख्यालय कटकमसांडी में प्रमुख कुमारी श्रीति पांडेय ने चार मिट्टी जांच किट मशीन का वितरण किया. प्रखंड के डाटो, उलाज, लुपुंग और आरा भुसई में आर्या मित्र के बीच किट का वितरण किया गया. इस मशीन से 80 से 90 किसानों की मिट्टी जांच हो पायेगी.
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