बिशुनपुर (गुमला) : बिशुनपुर प्रखंड में 30 वर्षों बाद बाघ देखा गया है. प्रखंड के रांगे गांव से सटे जंगल में बाघ है. बाघ ने दो बैलों को मार कर खा गया है. इसकी पुष्टि वन विभाग के रेंजर गौतम पांडे ने की है. यह बाघ लातेहार जिला के पायलट प्रोजेक्ट गारू होते हुए शुक्रवार की रात को बिशुनपुर में घुसा है. रांगे गांव के ग्रामीणों ने सबसे पहले बाघ को देखा. इसके बाद बाघ रांगे जंगल में घुस गया है. रात को ही जंगल से निकल कर बाघ ने गांव के शिव दास उरांव के दो बैलों को मार कर खा गया है.
वन विभाग को इसकी जानकारी शनिवार की सुबह को हुई. इसके बाद वन विभाग के अधिकारी व कर्मी रांगे गांव पहुंचे. इसके बाद मृत एक बैल को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करने के लिए पशु स्वास्थ्य केंद्र रांची भेजा है. इधर बिशुनपुर में बाघ देखे जाने के बाद वन विभाग के लोग खुश हैं. लेकिन गांव के लोग डरे हुए हैं. रेंजर गौतम पांडे ने बताया कि इस क्षेत्र में बाघ दिखा है. यह खुशी की बात है. उन्होंने बाघ द्वारा बैल के मारे जाने की बात कहते हुए शिव दास उरांव को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है.