दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला जिले में शुक्रवार को वज्रपात ने कहर बरपाया है. गुमला व रायडीह में तीन अलग-अलग स्थानों पर हुए वज्रपात में तीन लोगों की मौत हो गयी. जबकि एक साल की बच्ची को खरोंच तक नहीं लगी. लेकिन बच्ची की मां की मौत हो गयी. पहली घटना में झारखंड व छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती गांव साईं टंगराटोली में शुक्रवार को दोपहर में हुए वज्रपात की चपेट में आने से सफीउल्लाह खान की 14 वर्षीय बेटी अख्तरी खातून की मौत हो गयी.
अख्तरी अपने पड़ोस के घर में गयी हुई थी. तभी तेज बारिश शुरू हो गयी. अख्तरी बारिश से बचने लगी. तभी वज्रपात हुआ. जिसकी चपेट में अख्तरी आ गयी और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. हालांकि वज्रपात की चपेट में आने के बाद परिजन अख्तरी को अस्पताल ले गये. लेकिन चिकित्सक ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. अख्तरी गांव के स्कूल में पढ़ती थी. उसकी मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
दूसरी घटना में रायडीह के केमटे लुंगटू गांव में दिनेश सिंह की 22 वर्षीय पत्नी जयमुनी देवी की वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गयी. घटना के वक्ता जयमुनी अपनी एक साल की बेटी को गोद में लिए हुए थी. लेकिन उसकी बेटी को कुछ नहीं हुआ. बताया जा रहा है कि बारिश के वक्त जयमुनी अपनी बेटी को गोद में लेकर दरवाजे के पास खड़ी थी. तभी बगल के पेड़ में वज्रपात हुआ. जिसका झटका जयमुनी को लगा और घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. जबकि उसकी बेटी झटके से दूर फेंका गयी. परंतु उसे खरोंच तक नहीं लगी.
तीसरी घटना गुमला शहर के सोसो मोड़ के समीप हुई. यहां शाम साढ़े पांच बजे वज्रपात की चपेट में आने से रामनगर निवासी 17 वर्षीय अरविंद पंडित की मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि अरविंद जवाहर नवोदय स्कूल से लौट रहा था. तभी रास्ते में जोरदार बारिश शुरू हो गयी. अरविंद सोसो मोड़ के समीप एक पेड़ के नीचे बचने लगा. उसी पेड़ पर वज्रपात हुआ और अरविंद उसकी चपेट में आ गया.