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कोर्ट में छह आरोपियों ने किया आत्मसमर्पण

गिरिडीह. नाबालिग आदिवासी छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म का मामला 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेजे गये सभी 27 जुलाई की दोपहर दिया था घटना को अंजाम गिरिडीह : नाबालिग आदिवासी छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म के छह आरोपियों ने बुधवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम पीके चौबे की अदालत में सरेंडर कर दिया. […]

गिरिडीह. नाबालिग आदिवासी छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म का मामला
14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेजे गये सभी
27 जुलाई की दोपहर दिया था घटना को अंजाम
गिरिडीह : नाबालिग आदिवासी छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म के छह आरोपियों ने बुधवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम पीके चौबे की अदालत में सरेंडर कर दिया. आरोपी गुपचुप तरीके से कोर्ट परिसर पहुंचे और आत्मसमर्पण किया.
अदालत ने सभी को 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. आरोपियों में बेंगाबाद थाना इलाके के सोनबाद का लालू मंडल, संतोष मंडल, अमर मंडल, उदय मंडल, मनोहर मंडल व संजय मंडल हैं. 27 जुलाई की दोपहर इंटर की छात्रा से गिरिडीह कॉलेज के पीछे बेंगाबाद थाना इलाके के भलसुमिया के जंगल में सामूहिक दुष्कर्म हुआ था. घटना की जानकारी आदिवासी छात्र-छात्राओं को लगी तो वे आक्रोशित हो गये. 28 जुलाई को आदिवासी समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया और पीड़िता का मेडिकल चेकअप कराया गया. पीड़िता के फर्दबयान पर छह युवकों को आरोपी बनाया गया था.
पुलिस पर था दबाव
घटना के बाद आदिवासी समाज के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग लगातार की जा रही थी. आदिवासी छात्र संघ, जेवीएम व अन्य पार्टी नेताओं ने बैठकें कर गिरफ्तारी की मांग की.
सुदिव्य कुमार सोनू के नेतृत्व में झामुमो ने राज्य सरकार के मुखिया का पुतला दहन किया. जेवीएम नेता नुनूलाल मरांडी ने मामले को लॉ बीर बैसी में ले जाने की बात कही थी. वहीं धनवार के माले विधायक राजकुमार यादव ने इस मामले को लेकर विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गिरिडीह पुलिस लगातार छापामारी कर रही थी. एसपी अखिलेश बी वारियर ने कई टीमों का गठन किया था.
शहरी इलाके में आरोपियों की तलाश में डीएसपी विजय आशिष कुजूर व पुलिस निरीक्षक वीरेंद्र राम जुटे थे. वहीं एसडीपीओ मनीष टोप्पो की मॉनिटरिंग में पुलिस निरीक्षक रामलाल राम व मुफस्सिल थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार सिंह की एक टीम, दूसरी टीम में बेंगाबाद थाना प्रभारी मनोज कुमार तो तिसरी टीम में ताराटांड़ थाना प्रभारी आरके राणा शामिल थे.
बिहार पुलिस से भी साधा संपर्क
आरोपियों को पकड़ने के लिए सोनबाद के अलावा आरोपियों के रिश्तेदारों के घरों पर छापा मारा गया. कई रिश्तेदारों से पूछताछ की गयी. पुलिस को लगातार जानकारी मिल रही थी कि गिरिडीह से सभी छह आरोपी फरार हो कर धनबाद, बोकारो, जामताड़ा, देवघर के अलावा बिहार के पटना भाग चुके हैं. जानकारी के बाद एसडीपीओ श्री टोप्पो के नेतृत्व में धनबाद, बोकारो, देवघर व जामताड़ा में छापा मारा गया तो पटना पुलिस से भी सहयोग मांगा गया था.
एसपी ने बिहार पुलिस से संपर्क स्थापित किया और सभी छह आरोपियों का डाटा बिहार पुलिस को मुहैया कराया था. बिहार पुलिस भी पटना के संभावित ठिकाने पर छापामारी कर रही थी. इधर जहां पुलिस की टीम छापामारी में जुटी थी तो इस मामले को लेकर न्यायालय से जल्द ही वारंट के साथ सभी आरोपियों के घरों की कुर्की लेने की तैयारी भी शुरू कर दी गयी थी. पुलिस आरोपियों को शरण देने के आरोप में कई पर कार्रवाई करने का भी मन बना चुकी थी. पुलिस की कार्रवाई से आरोपियों के परिजन भी काफी दबाव में थे. इसी दबाव के कारण ही बुधवार को सभी आरोपियों ने एक साथ सरेंडर कर दिया.
रिमांड पर लेने की तैयारी
पुलिस द्वारा लगातार बनाये जा रहे दबाव के कारण ही सभी आरोपियों ने कोर्ट में सरेंडर किया है. अब सभी को रिमांड पर लेने के लिये जल्द ही आगे की कार्रवाई की जायेगी.
मनीष टोप्पो, एसडीपीओ

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