चाकुलिया.
चाकुलिया के केरुकोचा में दुर्गा पूजा को लेकर उत्साह है. केरुकोचा दुर्गा पूजा कमेटी ने भव्य पंडाल का निर्माण कराया है. मां दुर्गा की प्रतिमा मनमोहक है. वर्ष 2017 से केरुकोचा में दुर्गा पूजा हो रही है. पूजा कमेटी के संरक्षक समीर दास ने बताया कि बांसदा से पिताजुड़ी तक तथा मुढाल से अर्जुनबेड़ा तक के लोग पहले पूजा के लिए कोकपाड़ा जाते थे. वाहनों में ठूंस ठूंस कर जाना पड़ता था. अधिक भीड़ होने के कारण कई बार बिना पूजा और पुष्पांजलि के वापस लौटना पड़ा. इसके बाद यहां पूजा शुरू करने का निर्णय लिया. केरुकोचा में दुर्गा पूजा की सबसे खास बात है कि यहां चंदा के लिए ना रसीद छपती है, और ना ही चंदा मांगा जाता है. पूजा में शामिल होने के लिए पूजा कमेटी प्रत्येक गांव के लोगों को निमंत्रण पत्र भेजती है. पूजा के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालु स्वयं सहयोग राशि प्रदान कर चले जाते हैं. सहयोग करने वाले के मोबाइल पर दी गयी राशि का मैसेज भेजा जाता है.मिट्टी के बर्तन में लगता है भोग
पूजा कमेटी मिट्टी के बर्तन में महाप्रसाद भोग लगाया जाता है. सहयोग करने वाले सभी सदस्यों के घर महाप्रसाद भेजा जाता है. महाप्रसाद भेजे जाने की जानकारी भी मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से दी जाती है. समीर दास ने बताया कि पूजा के दौरान मनोकामना पूर्ण होने वाले श्रद्धालु मां दुर्गा की प्रतिमा का खर्च उठाते हैं.आगामी नौ वर्षों के लिए हो चुकी है प्रतिमा की बुकिंग
केरुकोचा में आने वाले 9 वर्षों तक प्रतिमा देने वाले की बुकिंग हो चुकी है. यहां कमेटी का पदाधिकारी हो या आम ग्रामीण सभी कतार में खड़े होकर पूजा-अर्चना करते हैं. कमेटी के अध्यक्ष किशोर पात्र, उपाध्यक्ष झाड़ेश्वर गिरि, लालमोहन घोष, त्रिदिवेंद्र गिरि, सचिव भवतारण गिरि, सह सचिव रामचंद्र सोरेन, सुनील महतो, विभूति मुंडा, कोषाध्यक्ष संजीव पाल, सह कोषाध्यक्ष शुभेंदु पात्र तथा संरक्षक समीर दास, फूलमनी मांडी, गोपाल चंद्र माइति, निमाई चंद्र पैड़ा, करुणामय महतो, शंकर बेरा एवं आनंद नायक आदि सक्रिय हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

