शिकारीपाड़ा/दुमका : सीआरएस होने के बाद निर्माणाधीन दुमका-रामपुरहाट रेलमार्ग पर दुमका से शिकारीपाड़ा तक जल्द ही रेल सेवा चालू होने की उम्मीद है. पैसेंजर ट्रैन चलने से जहां एक ओर यहां के लाखों लोग लाभान्वित होंगे, वहीं शिकारीपाड़ा के पत्थर औद्योगिक क्षेत्र को भी काफी लाभ मिलेगा.
अभी दुमका के शिकारीपाड़ा व पश्चिम बंगाल सीमा से सटे आसपास लगभग पांच सौ से अधिक वैध-अवैध क्रशर संचालित हैं. इन क्रशर प्लांट से हर दिन एक हजार से अधिक ट्रक स्टोन चिप्स विभिन्न इलाकों में जाता है. रेल परिचालन शुरु हो जाने के बाद मालगाड़ी से सीधे स्टोन चिप्स की ढुलाई संभव हो जायेगी. इससे न सिर्फ क्रशर व्यवसायियों का मुनाफा बढ़ेगा, बल्कि रेलवे को भी खूब राजस्व की प्राप्ति होगी.