Dhanbad News: धनबाद. शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्टेड सभी बेड फुल होने से मरीजों के साथ ही परिजनों की भी परेशानी बढ़ गयी है. इधर, इमरजेंसी में सांस लेने में दिक्कत वाले मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. बेड के अभाव में ऐसे मरीजों को घंटों ऑब्जर्वेशन रूम में रखा जा रहा है. कोई उपाय नहीं होने पर बाद में सिलिंडर की मदद से उन्हें ऑक्सीजन लगाया जा रहा है.
सांस संबंधित समस्या को लेकर रोज पहुंच रहे दस से अधिक मरीज :
इमरजेंसी में हर दिन 10 से अधिक मरीज सांस लेने की संख्या को लेकर पहुंच रहे हैं. मरीजों की संख्या की तुलना में मेडिसिन विभाग में बेड नहीं हैं. ऐसे में दूसरे विभाग के बेड में मरीजों को रखने की व्यवस्था की गयी है, लेकिन वहां ऑक्सीजन का कनेक्शन नहीं है. इससे मरीज व उनके परिजन परेशान हो रहे हैं.इमरजेंसी पहुंचने पर कहा गया बेड खाली नहीं :
दुखहरणी मंदिर के पास रहने वाली 75 साल की पार्वती देवी की तबीयत अचानक बिगड़ गयी. वह बाथरूम जाते वक्त गिर गयीं. परिजन आनन-फानन में उन्हें नजदीक के निजी अस्पताल में ले गये. वहां प्राथमिक उपचार कर उन्हें एसएनएमएमसीएच रेफर कर दिया. यहां पहुंचने पर उन्हें ऑब्जर्वेशन रूम में रखा गया और ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया. बाद में परिजनों को बताया गया कि ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड खाली नहीं है. खाली होने पर ही बेड मिल पायेगा. इससे पहले से एक बुजुर्ग भी इसी कमरे में थे. उन्हें भी सांस लेने में दिक्कत थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

