चितरा. चितरा कोलियरी स्थित स्टेडियम में शनिवार नौ अगस्त को अखिल भारतीय आदिवासी महासभा की ओर से विश्व आदिवासी दिवस काफी उत्साह व धूमधाम के साथ मनाया गया. इस अवसर पर आदिवासी लोक संस्कृति पर आधारित नृत्य, गीत, संगीत भी प्रस्तुत किया गया. साथ ही एक दिवसीय फुटबॉल टूर्नामेंट का भी आयोजन किया गया. इस अवसर पर फतेहपुर प्रखंड प्रमुख अरविंद कुमार मुर्मू ने कहा कि हमारे आदिवासी समाज को अपने सांस्कृतिक धरोहर को बचाए रखना आवश्यक है, जिससे आदिवासी समाज को विलुप्त होने से बचाया जा सके. उन्होंने कहा कि हमारे आदिवासी समाज के युवा वर्ग आधुनिकता के दौर में अपनी थोड़ी धर्म संस्कृति को भूलते जा रहे हैं, जो सही नहीं है. वहीं, विशिष्ट अतिथि कोलियरी अभिकर्ता उमेश प्रसाद चौधरी व अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के महासचिव पशुपति कोल ने कमोबेश यही बातें कहीं. वहीं, फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य रूप से चार टीमों ने भाग लिया था. वहीं सेमीफाइनल में दो टीमों परास्त कर फाइनल पहुंची खून व शिमलगढ़ा की टीम के बीच कड़ा मुकाबला हुआ, जिसमें खून की टीम ने अपने खेल का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 2-0 से शिमलगढ़ा को पराजित कर विजेता घोषित हुआ. मौके पर मुख्य अतिथि फतेहपुर प्रखंड प्रमुख अरविंद कुमार मुर्मू, विशिष्ट अतिथि कोलियरी अभिकर्ता उमेश प्रसाद चौधरी, आदिवासी महासभा के पशुपति कोल, छाया कोल द्वारा विजेता, उपविजेता व सेमीफाइनल में खेलने वाले टीमों को पुरस्कृत कर किया. वहीं दूसरी ओर आदिवासी महासभा के महासचिव पशुपति कोल ने संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज के लोग को जागरूक करने की बात कही. साथ उन्होंने कहा कि आज सुदूर गांवों में आदिवासी समाज के लोग काफी पीछे हैं. उन्हें शिक्षित करने व मुख्य धारा में जोड़ने की जरूरत है. मौके पर आदिवासी नेता होपना मरांडी, गणेश कोल, बलराम यादव, बलराम मुर्मू, लखन मुर्मू, कामदेव भंडारी, पकलू सोरेन, सुमित्रा हेंब्रम, शिवनाथ हेंब्रम, उद्घोषक मंगल मरांडी, उर्मिला सोरेन, पूनम मरांडी, रानी किस्कू, जीवामुनि सोरेन आदि मौजूद थे. हाइलार्ट्स : विश्व आदिवासी दिवस पर फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन
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