संवाददाता, देवघर : बदलती जीवनशैली और स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती लापरवाही गंभीर बीमारियों का कारण बन रहा है. देर रात तक जागना, घंटों मोबाइल-टीवी में उलझे रहना, असंतुलित खानपान और व्यायाम से दूरी का नतीजा यह है कि नस और मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं, जो चिंताजनक होता जा रहा है. अब छोटे-छोटे बच्चे भी इन समस्याओं से ग्रसित हो रहे हैं और डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं. गुरुवार को प्रभात खबर की ओर से आयोजित ‘हेल्थ काउंसेलिंग : टॉक टू डॉक्टर’ कार्यक्रम में न्यूरो सर्जन डॉ अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि मिर्गी कोई दैवीय बीमारी नहीं है और न ही झाड़-फूंक या तंत्र-मंत्र से इसका इलाज संभव है. यह पूरी तरह से चिकित्सकीय समस्या है, जिसका समय पर और नियमित इलाज जरूरी है. झाड़-फूंक के चक्कर में पड़कर मरीज ठीक होने के बजाय और गंभीर स्थिति में पहुंच जाता है. डॉ अविनाश ने कहा कि मिर्गी के मरीज नियमित दवा और चिकित्सकीय सलाह का पालन करें, तो वे सामान्य और सक्रिय जीवन जी सकते हैं. उन्होंने कहा कि सिर में चोट के मामलों को लेकर उन्होंने लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, उन्होंने बताया कि हर चोट में बड़े अस्पताल ले जाना जरूरी नहीं, लेकिन चोट को हल्के में लेना भी भारी पड़ सकता है. यदि चोट के बाद उल्टी, चक्कर, बेहोशी, तेज सिरदर्द या नाक-कान से खून आने जैसे लक्षण दिखे, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में इलाज कराना चाहिए. समय पर प्राथमिक उपचार से कई गंभीर जटिलताओं को रोका जा सकता है. कार्यक्रम के कई लोगों ने फोन कर अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं रखीं, जिनका चिकित्सक ने जवाब दिये. लोगों के सवाल व डॉक्टर के परामर्श सवाल : करीब दो साल से मेरे बायें पैर की नस में दर्द रहता है, रात में सोते समय अधिक हो जाता है. पदमाकर, महेशमारा, देवघर जवाब : यह नस की समस्या हो सकती है. चिकित्सक से मिलकर जांच करायें, जरूरत पड़ने पर एमआरआइ होगा. कुछ दिनों तक दवा और नियमित एक्सरसाइज से आराम मिल जायेगा. सवाल : चार साल पहले मिर्गी का दौरा आया था. इलाज के बाद दी गयी दवा अब तक ले रहे हैं. क्या दवा छोड़ी जा सकती है. क्रिश कुमार, हरलाजोड़ी जवाब : मिर्गी की दवा बिना चिकित्सक की सलाह के अचानक नहीं छोड़ें. डॉक्टर से जांच के बाद जरूरत होने पर दवा को धीरे-धीरे कम कर बंद किया जाता है. सवाल : करीब दो साल से खड़ा रहने पर शरीर में कंपन होता है, संतुलन ठीक नहीं रहता और चलने पर सांस भी फूलने लगता है. संतोष कुमार, देवघर जवाब : जल्द चिकित्सक से संपर्क करें. आवश्यक जांच कराने के बाद ही सही कारण और उपचार के बारे में बताया जा सकता है. सवाल : करीब 25 से 30 साल से मेरे सिर में दर्द रहता है. आंख के ऊपर दर्द रहता है. सुषमा चौधरी, रोहिणी जवाब : तनाव को कम करें, रोज एक्सरसाइज करें. प्रतिदिन एक घंटे में करीब पांच किलोमीटर चलें व ध्यान व योग करें, ठीक हो जायेगा. सवाल : करीब डेढ़ माह से दाहिने पैर में कमर से लेकर तलवे तक दर्द रहता है, जो धीरे-धीरे बढ़ रहा है और चलने में परेशानी हो रही है. निधि कुमारी, देवघर जवाब : यह नस से जुड़ी समस्या हो सकती है. नियमित कमर की एक्सरसाइज करें, मुलायम जूते पहनकर पैदल चलें. उम्र कम होने के कारण सही देखभाल से ठीक हो जायेगा. सवाल : मेरी पत्नी को कुछ साल पहले लकवा मार दिया था, सिर की नस फट गयी थी. अब तक पूरी तरह ठीक नहीं हो पायी है. दिलीप राजहंस, देवघर जवाब : नियमित रूप से चिकित्सक से संपर्क में रहकर इलाज करायें, साथ ही रोजाना एक्सरसाइज जरूरी है. लकवा दोबारा होने की आशंका रहती है, इसलिए हरी साग-सब्जी और दही का सेवन करें. सवाल :मेरे सिर में लगातार दर्द रहता है. दवा खाने के बाद ठीक हो जाता है, लेकिन नींद की कमी है. संगीता देवी, मधुपुर जवाब : चिंता कम करें और लंबे समय तक दर्द की दवा का सेवन नहीं करें. चिकित्सक से मिलकर जांच करायें, प्रतिदिन करीब एक घंटे में पांच किलोमीटर पैदल चलें और नियमित एक्सरसाइज करें. सवाल : मेरी बेटी को पांच साल पहले लकवा आया था, उसका बायां हाथ ठीक से नहीं उठता था. इलाज के बाद कुछ समय ठीक हुआ, लेकिन अब फिर से हाथ नहीं उठ रहा है. आलम, पालोजोरी जवाब : अपनी बेटी का तुरंत चिकित्सक से इलाज करायें. एमआरआइ कराकर सही कारण जानना जरूरी है. लकवा की समस्या दोबारा हो सकती है, इसलिए समय पर इलाज बहुत जरूरी है. सवाल : बार-बार सिर में दर्द रहता है. देर रात तक पढ़ाई करते हैं, चलने-फिरने में कोई परेशानी नहीं है. सिंटू महतो, खागा, देवघर जवाब : मोबाइल और टीवी का उपयोग कम करें. रोज कम से कम सात घंटे की नींद लें. इससे सिर का दर्द कम हो सकता है. इसके बाद भी दर्द बना रहे, तो चिकित्सक से संपर्क करें. सवाल : सिर में चक्कर आता है और चलने पर गिरने का डर रहता है. कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ा हुआ है बुधेन हेंब्रम, जरमुंडी जवाब : बीपी और सिर की जांच करायें, चिकित्सक से संपर्क करें. सही जांच और इलाज के बाद यह समस्या ठीक हो जायेगा. —————————– हाइलाइट्स हेल्थ काउंसलिंग : टॉक टू डॉक्टर में न्यूरो सर्जन डॉ अविनाश कुमार सिंह ने लोगों को दिये परामर्श
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