प्रमुख संवाददाता, देवघर : डाक विभाग की ओर से आयोजित दो दिवसीय फिलाटेली प्रदर्शनी देवपेक्स-2025 का शुभारंभ गुरुवार को डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने किया. उन्होंने कहा कि डाक टिकट केवल संग्रहणीय वस्तु नहीं हैं, बल्कि वे देश की कला, संस्कृति, इतिहास, विज्ञान और समकालीन घटनाओं का जीवंत दस्तावेज हैं. प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए डीसी ने कहा कि डाक टिकटों के संग्रह और अध्ययन को फिलाटेली कहा जाता है. यह न केवल ज्ञानवर्धक है, बल्कि युवाओं और विद्यार्थियों में रचनात्मक सोच व ऐतिहासिक समझ विकसित करता है. उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों, युवा वर्ग, फिलाटेलिस्टों और आम नागरिकों के बीच डाक टिकट संग्रह के प्रति जागरुकता और रुचि बढ़ाना है. उन्होंने प्रदर्शनी में प्रदर्शित दुर्लभ एवं रोचक डाक टिकटों की सराहना करते हुए कहा कि यहां देश-विदेश के ऐतिहासिक और विषयगत टिकटों को देखने का दुर्लभ अवसर मिला है. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने विभिन्न स्कूलों के बच्चों का उत्साहवर्धन किया और पेंटिंग, क्विज व पत्र लेखन प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया. इस अवसर पर डीसी ने बाबा बैद्यनाथ मंदिर से जुड़े विशेष कवर का भी अनावरण किया, जिसे दर्शकों ने खासा सराहा. प्रदर्शनी में धनबाद, रांची और देवघर सहित विभिन्न स्थानों से आए फिलाटेलिस्टों ने अपने संग्रह का आकर्षक प्रदर्शन किया. कार्यक्रम में पोस्टल सुपरिटेंडेंट एसके मिश्रा, पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष प्रो सुरेश भारद्वाज, रजत मुखर्जी, फिलाटेलिस्ट, डाक अधीक्षक गुमला प्रमंडल शांतनु आजाद, डाक अधीक्षक देवघर प्रमंडल एस के मिश्र, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार सहित डाक विभाग के अधिकारी व कर्मी उपस्थित रहे. हाइलाइट्स -दो दिवसीय फिलाटेली प्रदर्शनी देवपेक्स-2025 का डीसी ने किया शुभारंभ
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

