वरीय संवाददाता, देवघर : ट्रेडिंग के नाम पर सोशल मीडिया पर चल रहे एक फर्जी एप में निवेश कर मधुपुर निवासी एक व्यक्ति ने अपनी जिंदगी भर की गाढ़ी कमाई गंवा दी. मोटे मुनाफे के लालच में आकर उसने करीब 50 लाख रुपये इन्वेस्ट कर दिया और अब उसे न मुनाफा मिल रहा है और न ही मूलधन ही वापस दिया जा रहा है. इस संबंध में पीड़ित शिकायत देने देवघर साइबर थाना पहुंचा, जहां से उसे रांची साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी गयी. जानकारी के मुताबिक, मधुपुर निवासी युवक ने सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन देखा, जिसमें कम समय में अधिक मुनाफा कमाने का दावा किया गया था. विज्ञापन में दिये गये नंबर पर उसने संपर्क किया, जिसके बाद उसे व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा गया. लिंक के माध्यम से उसने एप डाउनलोड किया और शुरुआत में छोटी रकम निवेश की. कुछ ही समय में उसे मुनाफा मिलना शुरू हो गया. इस मुनाफे ने पीड़ित का विश्वास बढ़ा दिया और वह धीरे-धीरे निवेश राशि में इजाफा करता गया. तीन-चार महीने में उसने कुल 50 लाख रुपये निवेश कर दिये. उसने जब मुनाफा और मूलधन की मांग की, तो उसे बताया गया कि एप फिलहाल लॉक हो गया है. उसे कहा गया कि एप अनलॉक करने के लिए कुल जमा राशि का 25 प्रतिशत यानी लगभग 12.5 लाख रुपये अतिरिक्त जमा करने होंगे. इतनी बड़ी रकम की मांग पर पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ. उसने देवघर साइबर थाना में जाकर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन उसे बताया गया कि 10 लाख से अधिक की साइबर ठगी की शिकायत रांची में की जाती है. फिलहाल देवघर साइबर थाना की पुलिस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है. यह मामला यह दर्शाता है कि कैसे सोशल मीडिया पर चल रहे फर्जी विज्ञापन आम लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं और लाखों की ठगी कर रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी अनजान एप या लिंक पर निवेश करने से पहले उसकी पूरी जानकारी लेना जरूरी है. वरना गाढ़ी कमाई ऐसे ही हाथ से चली जाती है. हाइलाइट्स -सोशल मीडिया के फंदे में फंसा मधुपुर का युवक, ट्रेडिंग का विज्ञापन देख किया संपर्क -शुरू में मुनाफा मिला, फिर धीरे-धीरे बढ़ायी निवेश राशि -मुनाफा मांगने पर एप लॉक होने की दी गयी जानकारी -शिकायत लेकर देवघर पहुंचा पीड़ित तो रांची जाने की मिली सलाह
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