देवघर : चार साल पूर्व परिजनों से बिछड़े दो नाबालिग को जसीडीह पुलिस ने परिजनों से मिलाया. जसीडीह इंस्पेक्टर श्याम किशोर महतो ने बताया कि चार साल पहले गिरिडीह नगर थाना निवासी शंभू पंडित के नाबालिग पुत्र आकाश व संगीता रहस्यमय परिस्थिति में गुम हो गये थे. यह जानकारी गिरिडीह नगर थाना में देने के बाद पुलिस ने थाना में 330/14 के तहत अपहरण का मामला दर्ज कर छानबीन में जुटी थी. लेकिन, गिरिडीह पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला.
दोनों भटकते हुए सरस कुंज पहुंच गये थे. जिसे सरस कुंज के सदस्यों ने अपने परिवार की तरह संभाल कर रखा. इसके बाद नाबालिग संगीता को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पठन पाठन के लिए दिया गया.साथ ही अकाश को पेंटिंग सिखने में रूची था. जिसे सरस कुंज की ओर से देवघर के कार्णिक में नाम लिखा गया. कुछ दिन पूर्व से आकाश के व्यवहार में बदलाव को लेकर सरस कुंज की ओर से बैठक का आयोजन किया गया.
बैठक के दौरान पुलिस ने आकाश से परिजनों के बारे में पूछताछ करने पर आकाश ने इंस्पेक्टर को अपने परिजनों की जानकारी दी. अाकाश ने बताया कि उनके परिजन गिरिडीह नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले है. इंस्पेक्टर ने एएसआइ गगन मित्रा व रामचंद्र चौधरी को गिरिडीह नगर थाना भेज कर परिजनों की खोज बीन की. परिजनों को सरस कुंज लाया और बच्चों को सौंप दिया. अकाश को परिजन ने घर ले गये हैं व संगीता वर्तमान में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में ही पढ़ाई कर रही है.