प्याज खरीदने नहीं आ रहे हैं बिहार, बंगाल, ओड़िशा, यूपी के व्यापारी : कर्ज लेकर किसानों ने की खेती, अब कर्ज चुकाने की सता रही चिंता चतरा. जिले में इस बार बड़े पैमाने पर प्याज का उत्पादन किया गया है, लेकिन प्याज की उचित कीमत नहीं मिल रही है, जिससे किसान मायूस हैं. सही कीमत नहीं मिलने से कई किसानों ने खेतों में ही प्याज को छोड़ दिया है. छह-सात रुपये प्रति किलो प्याज बिक रहा है. इसके बाद भी खरीदार नहीं मिल रहे हैं. कड़ी मेहनत कर बड़ी उम्मीद से किसानों ने प्याज की खेती की, लेकिन उन्हें मेहनताना भी नहीं मिल रहा है. कई किसानों ने कर्ज लेकर महंगे बीज खरीद कर खेतों में लगाया था. अब किसानों को कर्ज चुकाने की चिंता सता रही है. कई किसानों ने बैंक से केसीसी के माध्यम से कर्ज लेकर खेती की थी. प्याज का उचित दाम नहीं मिलने से रात की नींद व दिन का चैन उड़ गया है. शादी-विवाह के मौसम में भी प्याज की उचित कीमत नहीं मिल रही है. जिले के पत्थलगड्डा, गिद्धौर, सिमरिया, टंडवा, लावालौंग समेत अन्य प्रखंडों में बड़े पैमाने पर प्याज की खेती की गयी थी. इसके पूर्व 11-12 रुपये प्रति किलो के भाव प्याज बिक रहा था. पूर्व में प्याज की खरीदारी करने बिहार, बंगाल, ओड़िशा, यूपी के व्यापारी यहां आते थे, लेकिन अब नहीं आ रहे है. किसानों ने कहा पत्थलगड्डा प्रखंड नावाडीह के किसान नंदकिशोर दांगी ने कहा कि काफी मेहनत कर महंगे बीज खरीद कर करीब 15 कट्ठा में प्याज की खेती की थी. दो ट्रैक्टर प्याज निकला, लेकिन खरीदारी नहीं मिल रहे हैं. उचित कीमत नहीं मिलने से नुकसान उठाना पड़ रहा है. आदित्य दांगी ने कहा कि प्याज की कीमत कम होने के कारण प्याज खेतों में ही छोड़ दिये हैं. कर्ज लेकर प्याज की खेती की थी. कर्ज चुकाने की चिंता सता रही है. रघुवीर दांगी, धनराज दांगी ने भी खेतों में ही प्याज छोड़ दिया है. गांव के व्यापारी रामसेवक दांगी ने कहा कि प्याज की मांग बाहर नहीं हो रही है, जिसके कारण प्याज खरीदना छोड़ दिये हैं. विनोद दांगी ने कहा कि जो किसान प्याज बेचना चाह रहे हैं, उसे खरीद रहे हैं.
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