: फर्जी प्रमाण-पत्र बनाने की शिकायत सामने आने के बाद प्रशासन सख्त प्रतापपुर. प्रखंड में बड़े पैमाने पर फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र बनाने का मामला प्रकाश में आया है. प्रखंड में 15 हजार 835 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाये गये हैं, जिसमें बभने पंचायत में 4431, जोगियारा पंचायत में 5047 व रामपुर पंचायत में 6357 जन्म प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से बनाये गये हैं. झारखंड के गिरिडीह, खूंटी, जामताड़ा, धनबाद के साथ-साथ राजस्थान के कोटा के लोगो का जन्म प्रमाण पत्र बनाया गया है. बभने व जोगियारा पंचायत सचिव अक्षयवट चौबे व रामपुर पंचायत सचिव यदुनंदन सिंह द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र बनाया गया. पंचायत सचिवों ने मोटी रकम लेकर प्रमाण पत्र निर्गत किया है. इसमें कई बिचौलिया शामिल हैं. कई पंचायत सचिव अपनी आइडी दूसरों को दे देते थे, जिसके कारण बड़े पैमाने पर फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र बनाया गया है. फर्जी प्रमाण पत्र बनाये जाने की मामले की जांच शुरू हो गयी है. बुधवार को उपायुक्त के निर्देश पर एसडीओ प्रतापपुर प्रखंड कार्यालय पहुंच कर मामले की जांच की, जिसमें फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के मामले की गहनता से जांच की. उक्त पंचायत सचिवों से पूछताछ की गयी. पंचायत सचिव व अन्य पर प्राथमिकी दर्ज करें : डीसी उपायुक्त रमेश घोलप ने कहा कि फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने कि शिकायत मिली थी. जिसके बाद एसडीओ को जांच करने का निर्देश दिया गया. साथ ही इसमें शामिल पंचायत सचिव व अन्य पर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया गया है.
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