सुपौल : एक सुसज्जित बाजार के लिये सड़क, दुकान, बिजली के साथ-साथ जल निकासी की उत्तम व्यवस्था जरूरी है. लेकिन जिला अंतर्गत कई प्रखंड मुख्यालय के बाजार ऐसे हैं, जहां अन्य सारी सुविधाएं तो देखने को मिल रही है, लेकिन बाजार में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण बाजार की सुंदरता को ग्रहण लगा रही है.
खास कर पिपरा, सिमराही, सरायगढ़, कुनौली, थुमहा, करजाइन, कटैया निर्मली सहित अन्य बाजार शामिल है. जहां एक बाजार के लिये जो भी आवश्यकताएं होती है, सारी सुविधाएं मयस्सर है. लेकिन बाजार से जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण इसका खामियाजा बाजार वासियों को भुगतना पड़ता है. नतीजा यह होता है
कि हल्की बारिश के बाद बाजार की स्थिति नारकीय हो जाती है. इसका सीधा असर बाजार में बनी सड़कों पर पड़ता है, जो समय से पहले ही जर्जर अवस्था में पड़ जाती है. सबसे बड़ी परेशानी जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण गंदगी का जमाव हो जाता है. सिमराही, पिपरा आदि बाजार प्रखंड मुख्यालय का बाजार होने के कारण यहां की आबादी काफी घनी है. ऐसे में विभाग द्वारा जल निकासी का उत्तम व्यवस्था नहीं किया जाना कहीं न कहीं विभागीय उपेक्षा को दर्शाता है.