मरौना : प्रखंड के बेलही पंचायत के लोग गत दिनों आयी बाढ़ के बाद राहत व सर्वे कार्य में अनदेखी करने व शौचालय निर्माण पश्चात मिलने वाली प्रोत्साहन राशि में बिचौलियों द्वारा एक हजार से 15 सौ रुपये की अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए धरना-प्रदर्शन करने बेलही स्थित प्रखंड कार्यालय परिसर में जमा होकर धरना पर बैठ गये.
जहां मौजूद एसडीओ, एसडीपीओ व बीडीओ सुशील कुमार के समक्ष पीड़ितों ने अपनी बातें रखी. इसी दौरान एसडीओ व बीडीओ ने सख्त लहजे में धरना-प्रदर्शन कर रहे लोगों से कहा कि राहत कार्य सरकारी प्रावधान के अनुसार चल रहा है.
एसडीओ श्री सिंह ने कहा कि बाढ़ में जिस घर को भी क्षति पहुंची है, उन सभी की सूची तैयार कर ली गई है और प्रावधानों को ताक पर रखकर हर किसी को बाढ़ क्षति की राशि नहीं दी जा सकती. उन्होंने लोगों से कहा कि जिन लोगों के घर में पानी नहीं भी गया है, वे लोग भी धरना-प्रदर्शन करने पहुंच गए हैं. इतना सुनते ही लोग उग्र हो गए,
जिसके बाद बीडीओ जान बचाने के लिये अपने चैंबर में भाग गए लेकिन उग्र लोगों ने बीडीओ के चैंबर का दरवाजा व खिड़की तोड़कर अंदर घुस गए और तोड़फोड़ प्रारंभ कर दिया और बीडीओ की पिटाई भी की. इसके बाद मौजूद पुलिस बल ने लोगों को किसी प्रकार बाहर निकाला और बीडीओ ने चैंबर के अंदर बाथरूम में बंद होकर अपनी जान बचायी. लोगों का आक्रोश इस कदर था कि लगभग 04 घंटे तक बीडीओ अंदर छुपे बैठे रहे और दर्जनों पुलिसकर्मी चैंबर की सुरक्षा में तैनात रहे. बाढ़ पीड़ितों के आक्रोश को देखते ही सभी कर्मचारी कार्यालय छोड़कर भाग खड़े हो गये. इधर इस घटना को लेकर कार्यालय में दिन भर चर्चा का बाजार गरम था.
अधिकारियों के आश्वासन पर शांत हुए आक्रोशित
प्रखंड कार्यालय परिसर में तोड़फोड़ करने के उपरांत भी आक्रोशितों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा था. घटना की सूचना मिलते ही डीएम बैद्यनाथ यादव, एसपी डॉ कुमार एकले व डीडीसी अखिलेश कुमार झा ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत करते हुए अपनी समस्या रखने को कहा. इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने बताया कि बेलही पंचायत के ओडीएफ होने के काफी समय बीत जाने के बाद भी अब तक प्रोत्साहन राशि नहीं दी गयी है. शौचालय निर्माण की प्रोत्साहन राशि दिलाने के नाम बिचौलियों द्वारा राशि की मांग की जाती है.
साथ ही बलान नदी में आयी भीषण बाढ़ के कारण उनलोगों को भारी क्षति पहुंची है. लेकिन बीडीओ सुशील कुमार व जनप्रतिनिधियों द्वारा सूची निर्माण कार्य में बेलही पंचायत के लोगों की अनदेखी की जा रही है. जिसके बाद डीएम श्री यादव, एसपी श्री एकले व डीडीसी श्री झा ने बारी-बारी से आक्रोशित लोगों को सकारात्मक आश्वासन देते हुए कहा कि एसडीओ श्री सिंह के नेतृत्व में कमेटी निर्माण कर इसकी जांच करायी जायेगी. कहा कि इसके लिए जो भी दोषी पाये जायेंगे, उन्हें बख्शा नहीं जायेगा. तब जाकर आक्रोशित लोग शांत हुए.
…और फफक-फफक कर रोने लगे बीडीओ
सोमवार को जैसे ही आक्रोशित लोगों ने मरौना के बीडीओ सुशील कुमार के साथ मारपीट की वे फफक-फफक रोने लगे. हालांकि हंगामा और तोड़फोड़ के बाद बीच बचाव कर बीडीओ को सुरक्षित उनके चैंबर में लोग ले आये और भारी संख्या में चैंबर के बाहर पुलिस बल भी तैनात थे. चैंबर में सीओ के अलावा और भी लोग थे. बावजूद इसके जो घटना हुई उस बात को बीडीओ भुला नहीं रहे थे और बच्चों की तरह फफक कर रोने लगे. उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि सैकड़ों लोगों का हुजूम इस कदर हंगामा और तोड़फोड़ पर उतर जाएंगे.
हंगामा करने वालों ने बीडीओ के चैंबर में घुस कर भी तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया. ताज्जुब नहीं की मौजूदगी में बीडीओ की पिटाई की गयी. पूर्व में ऐसा लग रहा था कि पुलिस की मौजूदगी में मारपीट की घटना नहीं घटेगी. बाढ़ पीड़ित हंगामा के बाद शांत हो जायेंगे. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जैसे ही बीडीओ ने कहा कि जिसके-जिसके घर में पानी नहीं गया है,
उन्हें मुआवजा नहीं मिलेगा. बाढ़ पीड़ित भड़क उठे और देखते ही देखते आक्रोशित पीड़ितों ने बीडीओ की पिटाई कर दी. इधर, कुछ ही पल में मरौना प्रखंड कार्यालय परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. हालांकि डीएम व एसपी द्वारा सकारात्मक आश्वासन के बाद आक्रोशित लोग शांत हुए.