सीतामढ़ी : जेनेरेटर के धुएं में दम घुटने के कारण एक स्कूली बच्चे की मौत व अन्य बच्चों के बीमार होने की घटना में मध्य विद्यालय कमलपुरा के प्रधान शिक्षक परवीन कुमार के निलंबन पर ग्रामीणों ने एतराज जताया है, वहीं डीइओ से अविलंब प्रधान शिक्षक को निलंबन से मुक्त करने की मांग की है. ग्रामीणों ने एक सुर में कहा है कि प्रधान शिक्षक समेत स्कूल का कोई भी शिक्षक इस घटना के लिये कसूरवार नहीं है. यह निर्णय स्कूल परिसर में पंचायत प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, पीड़ित परिवार व ग्रामीणों की सामूहिक बैठक में लिया गया. बैठक में इस हादसे में मृत रीतेश कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. वहीं पीड़ित परिवार को सांत्वना दिया गया.
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कमलपुरा मामले में जांच जारी एचएम के निलंबन का विरोध
सीतामढ़ी : जेनेरेटर के धुएं में दम घुटने के कारण एक स्कूली बच्चे की मौत व अन्य बच्चों के बीमार होने की घटना में मध्य विद्यालय कमलपुरा के प्रधान शिक्षक परवीन कुमार के निलंबन पर ग्रामीणों ने एतराज जताया है, वहीं डीइओ से अविलंब प्रधान शिक्षक को निलंबन से मुक्त करने की मांग की है. […]
बैठक में सर्व सम्मति से यह निष्कर्ष निकाला गया कि बच्चों द्वारा अज्ञानता के कारण जेनेरेटर को कमरे में ले जाया गया था, जिससे निकले धुएं में दम घुटने के कारण यह हादसा हुआ. इस घटना में स्कूली शिक्षकों की कोई भूमिका नहीं है. बैठक में प्रधान शिक्षक पर की गयी कार्रवाई डीइओ से वापिस लेने की मांग की गयी, साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि सभी ग्रामीण शिक्षकों के साथ है. मौके पर मुखिया रवि किशोर सिंह, पूर्व मुखिया सह जिला पार्षद प्रदीप सिंह, पूर्व उपमुखिया संजय कुमार, पंसस राम सूरत साह, वार्ड सदस्य सह विद्यालय शिक्षा समिति अध्यक्ष रामा शंकर ठाकुर, पूर्व पंसस राम सागर दास, पंच रामहित पासवान, सामाजिक कार्यकर्ता राम किशोर सिंह, शंकर सिंह, निरंजन महतो, लाल बाबू कुमार, पप्पू कुमार, पांचू सिंह, ब्रह्मदेव सिंह, सुमन कुमार सिंह, राम बाबू सिंह, बिंदेश्वर मंडल, विजय मंडल, राम रतन मंडल, राकेश कुमार, गंगा महतो, रामदेव महतो, सियाराम सिंह, बिकाउ सिंह, चुल्हाई महतो, मृतक रीतेश का भाई संजय महतो, चाचा वैद्यनाथ सिंह व मां शकुंतला देवी समेत तमाम ग्रामीण मौजूद थे.
िस्थति हो रही सामान्य, स्कूल में अब भी सन्नाटा
घटना के बाद अब धीरे-धीरे गांव की स्थिति बदलने लगी है. बीमार बच्चे धीरे-धीरे स्वस्थ्य होकर अस्पतालों से घर लौट रहे हैं, वहीं कुछ हद तक स्थिति पटरी पर लौटती दिख रहीं है. हालांकि छोटे बच्चे अब भी दहशतजदा है. उधर, मध्य विद्यालय कमलपुरा में खौफ का असर बरकरार है. इसी बीच एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर से इलाज करा कर नीरज कुमार अपने घर लौट आया है. अब केवल नंद कुमार का ही एसकेएमसीएच में इलाज जारी है. इसके पूर्व राकेश व नरेंद्र एसकेएमसीएच से इलाज करा घर लौटा था. जबकि शहर के डाॅ वरुण कुमार के निजी नर्सिंग होम से इलाज बाद रौशन कुमार, बैजू कुमार व सोनू कुमार को भी छुट्टी दे दी गयी है. इसके पूर्व राम विकास सिंह को छुट्टी दी गयी थी.
क्या था मामला : मध्य विद्यालय कमलपुरा में सरस्वती पूजा की तैयारी में लगे बच्चे 31 जनवरी की रात जेनेरेटर चला स्कूल के ही कमरे सो गये थे. इस दौरान जेनरेटर के धुएं से दम घुटने से एक दर्जन बच्चे बेहोश हो गये थे. पहली फरवरी की सुबह बच्चों के एक साथ बेहोश होने की खबर के बाद गांव में हड़कंप मच गया था. इलाज के लिये बच्चों को सदर अस्पताल लाया गया, जहां रीतेश कुमार नामक छात्र को चिकित्सकों ने मृत करार दिया. वहीं शेष बच्चों को एसकेएमसीएच रेफर कर दिया था. इनमें चार बच्चों को एसकेएमसीएच में भरती कराया गया था. जबकि शेष बच्चों का इलाज शहर स्थित डाॅ वरुण कुमार के नर्सिंग होम में कराया गया था. इसी बीच डीइओ ने स्कूल के प्रधान शिक्षक परवीन कुमार को निलंबित कर दिया था. साथ ही मामले की जांच के लिये तीन सदस्यीय टीम गठित की थी. फिलहाल मामले की जांच जारी है. इसी बीच नगर थाने में मामले की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इसके आलोक में पुलिस भी जांच में लगी है.
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