मांगें. सदर अस्पताल के स्थानांतरण के िखलाफ लोगों का फूटा गुस्सा
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अस्पताल बंद करने के िखलाफ प्रदर्शन
मांगें. सदर अस्पताल के स्थानांतरण के िखलाफ लोगों का फूटा गुस्सा शिवहर : वर्तमान सदर अस्पताल को बंद करने व उसे सरोजा सीताराम अस्पताल में स्थानांतरण करने के खिलाफ समाहरणालय मैदान में धरना प्रदर्शन किया गया. धरना कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे वशिष्ठ राउत ने कहा कि वर्तमान सदर अस्पताल को यथावत रहने दिया जाय. […]
शिवहर : वर्तमान सदर अस्पताल को बंद करने व उसे सरोजा सीताराम अस्पताल में स्थानांतरण करने के खिलाफ समाहरणालय मैदान में धरना प्रदर्शन किया गया. धरना कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे वशिष्ठ राउत ने कहा कि वर्तमान सदर अस्पताल को यथावत रहने दिया जाय.
वही सरोजा सीताराम अस्पताल को विशेष अस्पताल का दर्जा देते हुए उसे संचालित किया जाय. किंतु सदर अस्पताल शिवहर का सरोजा सीताराम अस्पताल में स्थानांतरण स्वीकार नहीं है. मौके पर वक्ताओं ने कहा कि शहर के बीच में सदर अस्पताल दो एकड़ 26 डिसमिल जमीन पर स्थित व सारी सरकारी सुविधाओं से लैस है. वही एक एकड़ सरकारी जमीन इसके सटे उपलब्ध है.
22 अप्रैल 2008 को इसे अनुमंडलीय अस्पताल से सदर अस्पताल के रूप में उत्क्रमित किया गया. नौ मार्च 2011 से स्थाई पदों का सृजन होकर पूर्ण रूपेन से कार्यरत है. किंतु स्वास्थ विभाग के संयुक्त सचिव ने 31 मई से 2017 से सरोजा सीताराम अस्पताल में ओपीडी चालू करने का निर्देश दिया है. जिससे वर्तमान सदर अस्पताल के अस्तित्व खत्म होने की स्थिति उत्पन्न हो जायेगी. हालांकि प्रदर्शनकारियों ने शहर में भी जुलूस निकाला व वर्तमान शिवहर सदर अस्पताल को शिवहर शहर में यथावत रहने देने की मांग की है. मौके पर विश्वनाथ प्रसाद मधुकर, विजय विकास, रामचंद्र प्रसाद गुप्ता,मो हसनैन समेत कई मौजूद थे.
बनकर तैयार है सरोजा सीताराम अस्पताल: सरोजा सीताराम सौ बेड का अस्पताल भवन बनकर तैयार है. वर्तमान मे इसके मरम्मती व शेष बने कार्य को पूरा करने के लिए करीब 62 लाख 26 हजार की निविदा की गयी है.
मामला न्यायालय में था. किंतु न्यायालय में भूदाता शिशिर कुमार बनाम राज्य सरकार के बीच मामले को लेकर संयुक्त सचिव स्वास्थ्य विभाग ने 31 मई 2017 से सरोजा सीताराम अस्पताल में ओपीडी सेवा प्रारंभ करने का निर्देश डीएम को दिया. जिसमें सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए 31 मई से ओपीडी सेवा शुरू करें. जबकि भवन प्रमंडल को अक्तूबर तक अवशेष कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया गया है. इधर डीएम राजकुमार ने भी स्थिति को साफ करते हुए कहा है कि सरोजा सीताराम अस्पताल में सिर्फ ओपीडी सेवा प्रारंभ की जायेगी. जबकि वर्तमान सदर अस्पताल पूर्ववत चलता रहेगा. कहा कि बाद में वर्तमान सदर अस्पताल में भी ओपीडी सेवा प्रारंभ कर दी जायेगी. किंतु अस्पताल को लेकर जारी राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है.समाहरणालय मैदान में जारी सर्वदलीय धरना प्रर्दशन में पार्टी के जिला अध्यक्षों को नहीं देखा गया. इस बाबत पूछे जाने पर राजद के जिला अध्यक्ष सुमित कुमार उर्फ दीपु वर्मा व कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मो. असद ने कहा कि उनका मकसद है कि वर्तमान सदर अस्पताल भी चालू रहे. वही सौ बेड के सरोजा सीताराम अस्पताल नये अस्पताल में भी सेवा शुरू की जाय.यह अस्पताल अधुनिक संसाधनों से लैस हो. धरना प्रदर्शन में मौजूद नहीं रहने के सवाल को वे टाल गये. जबकि भाजपा के जिला अध्यक्ष संजीव कुमार पांडेय ने कहा कि वे शादी के एक कार्यक्रम में है. फिलहाल राजनीति से कटे हुए है. महामंत्री से बात करते है.
हालांकि वे आगे कुछ भी बोलने से परहेज करते नजर आये. लोजपा के जिला अध्यक्ष विजय कुमार पांडेय ने कहा कि कोई सर्वदलीय धरना प्रर्दशन नहीं हैं. उन्हे इसकी कोई सूचना नहीं है. कहा कि वे प्रदर्शनकारी के साथ नहीं है.
सरकार की पत्र स्पष्ट करता है कि सरोजा सीताराम अस्पताल में 31 मई से ओपीडी चलेगा. वही वर्तमान सदर अस्पताल यथावत रहेगा. किंतु कुछ लोग लोगों को गुमराह कर रहे हैं. जदयू के जिला अध्यक्ष रामएकवाल राय क्रांति से संपर्क साधने का प्रयास किया गया. किंतु मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा था.
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