छपरा. राज किंगडम रिसॉर्ट में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और जीविका के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मेगा क्रेडिट कैंप में 1686 स्वयं सहायता समूहों को कुल 31 करोड़ रुपये के ऋण का चेक प्रदान किया गया. इस कैंप का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करना था. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथियों एवं जीविका दीदियों द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर किया गया. इस अवसर पर उत्तर बिहार के मुख्य महाप्रबंधक आर नटराजन, पटना मंडल के मुख्य महाप्रबंधक केवी बांगाराजू, मुजफ्फरपुर अंचल के उप महाप्रबंधक प्रफुल्ल कुमार झा, जीविका राज्य परियोजना प्रबंधक पुष्पेंद्र तिवारी व जिला परियोजना प्रबंधक अरुण कुमार उपस्थित रहे. राज्य परियोजना प्रबंधक पुष्पेंद्र तिवारी ने कहा कि यह ऋण वितरण अभियान ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. वित्तीय सहायता प्राप्त कर जीविका दीदियां अपने व्यवसायों का विस्तार कर सकेंगी, जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. जिला परियोजना प्रबंधक अरुण कुमार ने कहा कि सामुदायिक संस्थाओं को मजबूत करने और महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए जीविका प्रतिबद्ध है. यह ऋण उन महिलाओं के लिए एक संजीवनी साबित होगा. जो अपने उद्यम को बढ़ाना चाहती है. बड़ी संख्या में जीविका दीदियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और विभिन्न ऋण योजनाओं की जानकारी प्राप्त की. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने आसान ऋण प्रक्रियाओं, कम ब्याज दरों और व्यवसायिक विकास के लिए उपलब्ध वित्तीय सहायता पर विस्तृत चर्चा की. इसके अलावा, कैंप में वित्तीय साक्षरता पर विशेष बातें बतायी गयीं, जिसमें महिलाओं को बैंकिंग, डिजिटल भुगतान और बचत के महत्व की जानकारी दी गयी.
यह मेगा क्रेडिट कैंप ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ जिससे वह आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा सकेंगी और अपने परिवार एवं समाज के आर्थिक उत्थान में योगदान दे सकेंगी.
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