साहित्य परिषद के कार्यक्रम में विधायक ने किया प्राणेश्वरी पुस्तक का लोकार्पण सहरसा साहित्यिक गतिविधि में राष्ट्रवादी दर्शन के लिए समर्पित अखिल भारतीय साहित्य परिषद निरंतर क्रियाशील है. वहीं सतत कवि गोष्ठी, महापुरुषों की जयंती के साथ नियमित रूप सें पत्र पत्रिका एवं पुस्तक प्रकाशन किया जा रहा है. इस कड़ी में परिषद द्वारा कवि ई रामेश्वर ठाकुर द्वारा लिखित प्राणेश्वरी पुस्तक विमोचन समारोह पूरब बाजार स्थित विवाह भवन में आयोजित किया गया. इस मौके पर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री सह विधायक डॉ आलोक रंजन, अध्यक्ष अवधेश झा अवध, डॉ रमण झा, ई रामेश्वर ठाकुर ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. वहीं आनंद झा के संचालन में रघुवंश झा द्वारा स्वागत गान एवं अतिथियों को पाग चादर एवं प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया. जिसके बाद दांपत्य जीवन के प्रति समर्पित एवं सनातन धर्म की मान्यता जिसमें पति पत्नी को सात जन्मों के रिश्ते को प्रगाढ करने वाली मार्मिक पुस्तक प्राणेश्वरी का विमोचन किया गया. डॉ आलोक रंजन नें कहा कि साहित्य समाज का दर्पण है. साहित्यकार अपने उत्कृष्ट भाव को शब्दों के माध्यम से पुस्तक के माध्यम से समाज को पथ प्रदर्शित करते हैं. यह पुस्तक लोकार्पण कर उन्हें अति प्रसन्न्ता हो रही है. इस पुस्तक के माध्यम सें सुखी दांपत्य जीवन व वास्तविक जीवन मूल्य की प्रेरणा मिलती है. वर्तमान युग में छोटी छोटी बात पर शादी ब्रेकअप कर लेते हैं. वही अज्ञानतावश जल्दबाजी में जीवन से भी हाथ धो लेते हैं. वही जीवन साथी के बिछुड़ने या निधन से जीवन कारूणिक हो जाती है. जिसका मार्मिक चित्रण इस पुस्तक में देखने को मिला. अध्यक्ष अवधेश झा अवध ने कहा कि ई ठाकुर ने अपनी पत्नी के निधन के बाद कुल 115 कविता के माध्यम सें उन्हें मार्मिक श्रद्धांजलि दी है. मौके पर श्यामानंद लाल दास, अविनाश कुमार झा, मूर्तुजा नरियारवी, ज्ञानेश्वर ज्ञानू, श्रवण कुमार, कुमार विक्रमादित्य सहित अन्य मौजूद थे.
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