सलखुआ: सहरसा-मानसी रेलखंड के कोपरिया स्टेशन पर आजादी के इतने वर्षो बाद भी मूलभूत समस्याओं का घोर अभाव है. इस स्टेशन पर पेयजल, यात्री शेड, शौचालय, प्लेटाफार्म उंचीकरण, सफाई सहित कई लंबी दूरी की ट्रेनों का ठहराव आदि ऐसी कई समस्याएं है. कोसी के फरकिया क्षेत्र के रूप में विख्यात व कोसी नदी की बाढ़ का तांडव ङोलने वाली घनी आबादी का एकमात्र सहारा कोपरिया स्टेशन से आने जाने वाली ट्रेन है.
सुदूरवर्ती इलाके एवं दुर्गम क्षेत्रों से नाव की यात्र कर लोग जिले से लेकर पटना तक की यात्र करते हैं. लेकिन इतना महत्वपूर्ण स्टेशन होने के बावजूद स्टेशन परिसर में यात्रियों के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था तक नहीं है. प्लेटफार्म पर उपलब्ध दो चापाकल प्राय: खराब ही रहता है. यहां पेयजल के अलावे उपयरुक्त शेड की भी व्यवस्था नहीं है. जिस कारण बरसात के दिनों में आम यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. जो शेड लगे भी हैं.
उनमें बारिश के दिनों में पानी का टपकना लगा रहता है. शौचालय भी हमेशा गंदगी से भरा रहता है. जिस कारण खासकर महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. सबसे बड़ी परेशानी यात्रियों को स्टेशन के उंचीकरण न होने के कारण हो रही है. जिससे ट्रेन से उतरते वक्त बुजुर्गो, महिलाओं एवं बीमार मरीजों को खासी परेशानी होती है.