सहरसा: रेल यात्रा में जहां यात्री अपने आप को महफूज व सुरक्षित समझते हैं. वहीं इन रेल यात्रियों की सुरक्षा में लगी रेल पुलिस यात्रियों की सुरक्षा कम व वसूली में ज्यादा लगी रहती है. रेल यात्रियों की माने तो ट्रेन में स्काउट के दौरान रेल पुलिस यात्रियों की सुविधा व उनकी हिफाजत को लेकर कोई भी शिकायत किये जाने पर उसे गंभीरता से नहीं लेती है.
लेकिन जांच के नाम पर हर यात्रियों के सामान को टटोला जाता है और वजन से अधिक सामान पाये जाने पर रेल पुलिस यात्रियों से अवैध वसूली को अंजाम देने में लगी रहती है. यही नहीं ट्रेन से सफर करने वाले छोटे व्यवसायी, साग-सब्जी बेचने वाले लोग जगह-जगह रेल पुलिस को टोकरी के अनुसार पैसे देने को मजबूर रहते हैं. इस तरह रात्रिकालीन ट्रेनों में ट्रेन लूट की वारदात को रोकने व अपराधियों से सामना करने में भी रेल पुलिस बौनी साबित होती है.
स्काउट पार्टी रहने के बावजूद कई बार ट्रेन में लूटकांड की घटना को अपराधी बेखौफ अंजाम देकर चले जाते हैं. हर बार घटना को अंजाम देने के बाद सुरक्षा कर्मी यात्रियों को सिर्फ मरहम लगाने का काम करती है. सहरसा-समस्तीपुर रेलखंड में आज तक कई ट्रेनों में अपराधियों द्वारा लूट की घटना को अंजाम दिये जाने के बावजूद रेल पुलिस जांच के नाम पर खानापूर्ति करती रही है.
आज तक किसी भी कांड में अपराधियों का उद्भेदन नहीं हो पाया और न ही यात्री से लूटे गये समान को रेल पुलिस बरामद कर पायी है. बीते 27 दिसंबर की रात्रि समस्तीपुर-बनमनखी सवारी गाड़ी में अपराधियों द्वारा लूट की घटना को अंजाम दिये जाने को लेकर 18 वर्षीय युवक भीम कुमार रजक को गोली मार घायल कर दिया गया. रेल पुलिस तीन दिन बीतने के बाद भी अपराधियों का सुराग पाने में नाकाम रही है. कटिहार प्रभारी रेल एसपी रविश कुमार द्वारा बरौनी डीएसपी लाल बाबू यादव के नेतृत्व में खगड़िया व मानसी रेल पुलिस की टीम बना कर समस्तीपुर-बनमनखी सवारी गाड़ी में अपराध की घटना को अंजाम दिये जाने में अपराधियों को पकड़ने में जगह-जगह छापेमारी कर रही है. लेकिन रात्रिकालीन ट्रेनों में यात्री की सुरक्षा को लेकर पर्याप्त सुरक्षा बल की तैनाती व स्काउटिंग नहीं रहने से अपराधियों द्वारा बेखौफ घटना को अंजाम दिये जाने पर रेल पुलिस सुरक्षा को लेकर कोई भी चिंतन मनन करने को गंभीर नहीं दिख रही है. जब तक यात्रियों के सुरक्षा को लेकर पर्याप्त सुरक्षा बल व ट्रेनों में सघन रूप से स्काउटिंग नहीं हो पाती है, तो इस तरह के घटना को अपराधी कभी भी अंजाम दे रेल पुलिस को चुनौती देते रहेंगे.